अल-अक्सा (खबर): इजरायल के दक्षिणपंथी नेता इतामार बेन ग्वीर ने मंगलवार को यरुशलम में विवादित अल-अक्सा मस्जिद में सैकड़ों इजरायलियों के साथ जाकर प्रार्थना की। इस कदम से यूरोपीय देशों सहित कई देश नाराज हैं। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद इजरायल पर ईरान और लेबनान द्वारा हमले की आशंका बनी हुई है।
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में यहूदियों के प्रार्थना करने पर प्रतिबंध:
अल-अक्सा मस्जिद परिसर में यहूदियों के प्रार्थना करने पर प्रतिबंध है। यही वजह है कि बेन ग्वीर के अल अक्सा में प्रार्थना करने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद हो गया है। उनकी इस हरकत से युद्ध बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
बेन ग्वीर और 2,250 इजरायलियों ने किया प्रवेश:
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बेन ग्वीर और 2,250 इजरायली लोगों के साथ मंगलवार को यहूदी भजन गाते हुए मस्जिद परिसर में दाखिल हुए। इस दौरान ग्वीर के साथ में भारी संख्या में इजरायली पुलिस के जवान थे। यह जानकारी अल-अक्सा के संरक्षक और जॉर्डन की संस्था वक्फ के एक अधिकारी ने दी।
“यहूदीकरण अभियान चला रहे थे बेन ग्वीर”:
अल-अक्सा के संरक्षक ने कहा, “मंत्री बेन ग्वीर मस्जिद में यथास्थिति बनाए रखने के बजाय यहूदीकरण अभियान चला रहे थे। वह अल-अक्सा मस्जिद के अंदर स्थिति को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का अधिकार नहीं है।” उन्होंने कहा कि इजरायली पुलिस ने मस्जिद में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे मुस्लिम श्रद्धालुओं को नहीं घुसने दिया। इस दौरान बेन ग्वीर के समर्थकों ने मस्जिद के अंदर वीडियो भी बनाई।
बेन ग्वीर ने गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध जीतने की शपथ ली:
बेन ग्वीर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध जीतने की शपथ खाई। उन्होंने कहा कि इजरायल को दोहा या काहिरा में होने वाली शांति वार्ताओं की ओर नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम हमास को हरा सकते हैं। हमें उन्हें घुटनों पर लाना होगा।
दुनियाभर के देशों ने आपत्ति जताई:
बेन ग्वीर की इस हरकत से जंग में हमला और तेज होने की आशंका बढ़ गई है। अल अक्सा मस्जिद में प्रार्थना करने पर दुनियाभर के देशों ने आपत्ति जताई है। इसमें अमेरिका और अरब देशों के साथ पश्चिमी देश भी शामिल हैं।
यूरोपीय संघ ने इसे उकसावा बताया:
यूरोपीय संघ ने कहा कि यह उकसावा है और निंदा करते हुए इसे यथास्थिति का उल्लंघन बताया। फ्रांस और संयुक्त राष्ट्र ने भी इस हरकत को अनावश्यक रूप से भड़काऊ बताया। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि बेन ग्वीर ने अल अक्सा में यथास्थिति का उल्लंघन किया है और ब्लिंकन ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से अपील की है कि वह ऐसी घटनाओं को होने से रोकें। ऐसी घटनाएं सिर्फ तनाव को बढ़ाएंगी।
विवाद और तनाव में बढ़ोतरी की आशंका:
बेन ग्वीर की इस हरकत से इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष में विवाद और तनाव में बढ़ोतरी होने की आशंका बढ़ गई है। यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है क्योंकि ईरान और लेबनान द्वारा इजरायल पर हमले की आशंका पहले से ही बनी हुई है।
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