रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली के पास दूसरी पहाड़ी पर भारी भूस्खलन होने से मंदाकिनी नदी का प्रवाह रुक गया है और यहां पर एक झील बन गई है। मंदाकिनी नदी का पानी भी रुकने की सूचना है। हालांकि, पानी का रिसाव हो रहा है लेकिन कम मात्रा में, जिससे मंदाकिनी नदी किनारे रह रहे लोगों को खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने गौरीकुंड से लेकर रुद्रप्रयाग तक मंदाकिनी नदी किनारे सभी को अलर्ट कर दिया है।
जिला आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार, रविवार को देर शाम लगभग छह बजे केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड से छह किमी आगे भीमबली हेलीपैड के ठीक सामने दूसरी पहाड़ी पर अचानक भूस्खलन हो गया। पहाड़ी से बड़ी मात्रा में बोल्डर व मलबा आ गया और मंदाकिनी नदी में गिर गया। इस मलबे ने मंदाकिनी नदी का प्रवाह रोक दिया।
कुछ देर बाद पानी जमा होने से एक झील बन गई। हालांकि, बताया जा रहा है कि मंदाकिनी नदी में पानी लगातार आ रहा है, लेकिन पानी की मात्रा भीमबली से आगे गौरीकुंड की ओर कम हो गई है। मंदाकिनी नदी पर झील बनने से प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। गौरीकुंड, सोनप्रयाग सहित रुद्रप्रयाग तक मंदाकिनी नदी के किनारे रहने वालों को अलर्ट कर दिया गया है। नदी किनारे न जाने की सलाह दी गई है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को भी अनाउंसमेंट कर अलर्ट किया गया है।
लोगों से अलर्ट रहने की अपील
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भीमबली हैलीपैड के सामने नदी के पार पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है, जिससे मंदाकिनी नदी में पानी का तालाब बन गया है। किसी प्रकार से जानमाल की कोई क्षति नहीं हुई है। गौरीकुंड, सोनप्रयाग से लेकर तिलवाड़ा तक लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति नदी के तरफ न जाएं। नदी के किनारे रह रहे लोग सतर्क एवं अलर्ट रहने को कहा गया है।
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