ताइपे: ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन ने शुक्रवार को ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा पार करते हुए 46 सैन्य विमान भेजे। ये कार्रवाई ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग–ते के बयान के जवाब में ‘दंड‘ अभ्यास का हिस्सा थी।
हालांकि, ताइवान के नागरिकों का कहना है कि उनके जीवन पर चीन के दबाव का कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं है। वे सामान्य जीवन जी रहे हैं, काम पर जा रहे हैं और अपनी जिंदगी बिता रहे हैं। दशकों से चीनी खतरों के साथ जीने की आदत हो गई है, इसलिए वे अब ज्यादा चिंतित नहीं हैं।
चीन ने अमेरिका को भी चेतावनी दी है। एक अनाम अमेरिकी अधिकारी द्वारा बीजिंग से संयम बरतने का आग्रह करने के बाद, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान की स्वतंत्रता की दिशा में प्रयास ‘डेड एंड‘ हैं और इसका उल्टा असर ही होगा।
बीजिंग ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और उसे बल प्रयोग से हासिल करने की धमकी देता है। उन्होंने दोहराया कि ताइवान की स्वतंत्रता के प्रयास विफल होने के लिए अभिशप्त हैं।
मुख्य बिंदु:
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चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा पार करते हुए 46 सैन्य विमान भेजे।
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ये ‘दंड‘ अभ्यास ताइवान के नए राष्ट्रपति के बयान के जवाब में किए जा रहे हैं।
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ताइवान के नागरिकों का जीवन सामान्य चल रहा है।
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चीन ने अमेरिका को ताइवान की स्वतंत्रता के प्रयासों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
इस घटनाक्रम से ताइवान संकट और गहरा हो गया है। चीन का सैन्य दबाव और ताइवान के नागरिकों का सामान्य जीवन जीना, यह द्वंद्व खतरनाक रूप से बढ़ रहा है।
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