देहरादून: उत्तराखंड में जंगलों में आग का तांडव जारी है। शुष्क मौसम और तेज धूप के कारण आग तेजी से फैल रही है, जिससे वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले 24 घंटों में राज्य में आग की 54 नई घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें लगभग 75 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर खाक हो गया है।
आग की विकराल स्थिति:
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फायर सीजन में अब तक 544 घटनाएं: इस फायर सीजन में अब तक राज्य में कुल 544 जगहों पर आग लग चुकी है, जिससे 657 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
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कुमाऊं और वन्यजीव क्षेत्र में दो लोग झुलसे: आग की चपेट में आने से कुमाऊं और वन्यजीव क्षेत्र में दो लोग झुलस गए हैं।
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कई जिलों में आग का प्रकोप: नई टिहरी, रानीखेत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, नरेंद्रनगर, उत्तरकाशी, तराई पूर्वी, लैंसडौन, हल्द्वानी, रामनगर, रुद्रप्रयाग, केदारनाथ वन प्रभाग, कालागढ़ टाइगर रिजर्व, राजाजी टाइगर रिजर्व और नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में आग की घटनाएं सामने आई हैं।
वन विभाग की कोशिशें:
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कंट्रोल रूम स्थापित: वन विभाग ने आग पर नियंत्रण के लिए मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है।
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हेल्पलाइन नंबर जारी: लोगों से आग की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 18001804141, 01352744558 जारी किए गए हैं। इसके अलावा 9389337488 और 7668304788 पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी सूचना दी जा सकती है।
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राज्य आपदा कंट्रोल रूम से संपर्क: आग लगने की स्थिति में लोग राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को 9557444486 और हेल्पलाइन नंबर 112 पर भी सूचित कर सकते हैं।
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ने चिंता बढ़ा दी है। वन विभाग आग बुझाने के प्रयास में जुटा है, लेकिन आग की विकरालता को देखते हुए स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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