उत्तरकाशी। चारधाम परियोजना के तहत उत्तरकाशी के सिलक्यारा में बन रही सुरंग में गुरुवार से डी-वाटरिंग (सुरंग से पानी निकालने का कार्य) शुरू होने की उम्मीद है। इस दौरान सुरंग के अंदर जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 15 जवानों की टीम तैनात की गई है। एसडीआरएफ के नेतृत्व में श्रमिकों की टीम उसी 800 एमएम व्यास के पाइप के जरिये सुरंग के अंदर प्रवेश करेगी, जिस पाइप के जरिये 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाला था। इसके अलावा सुरंग के अंदर सेंसर, सीसीटीवी और टेलीफोन लगाने वाली टीम भी सुरंग में जाएगी।
गत वर्ष 12 नवंबर को सुरंग में हुए भूस्खलन से 41 श्रमिक फंस गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया, लेकिन तब से सुरंग के अंदर प्राकृतिक स्रोतों से आ रहा पानी जमा हो रहा था। इस पानी को बाहर न निकलने की वजह से सुरंग को खतरा न हो इसलिए इसकी डिवाटरिंग जरूरी थी। अब तीन माह के अंतराल में सुरंग के अंदर कितना पानी एकत्र हुआ होगा। इसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों को भी सही अनुमान नहीं है। इसका पता तभी चल पाएगा जब डी-वाटरिंग के लिए श्रमिकों की टीम सुरंग के अंदर जाएगी।
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