देहरादून। खुशीराम (63) निवासी पटेलनगर ने पुलिस से शिकायत की है। वह सितंबर 2021 में बैंक से सेवानिवृत्त हुए थे। तलाक होने के चलते जीवन अकेले न काटना पड़े, इसलिए उन्होंने शादी करनी चाही। इसके लिए उन्होंने एक विज्ञापन दिया। विज्ञापन देखकर प्रीति रावत नाम की महिला ने उनसे संपर्क किया। अपनी उम्र करीब 43 वर्ष और खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताया। दोनों की पहली मुलाकात दिसंबर 2021 में आईएसबीटी के पास एक मॉल में हुई। उसने खुद को तलाकशुदा बताया।
कुछ दिनों तक बातें हुईं और महिला ने एक चाल चल दी। प्लॉट खरीदने के लिए खुशीराम से 20 लाख रुपये मांगे। तीन-चार दिनों में ही यह धनराशि उसने खुशीराम को वापस कर विश्वास जीत लिया। कुछ दिन बाद ही उसने कुछ और पैसों की मांग की। विश्वास करते हुए खुशीराम उसे पैसे देते चले गए। दिसंबर 2021 से मई 2022 तक खुशीराम ने महिला के खातों में कुल 70 लाख रुपये जमा करा दिए। बैंक से सेवानिवृत्त तालाकशुदा बुजुर्ग खुद से 18 साल छोटी महिला को दिल दे बैठे। मुलाकातें बढ़ी तो बात शादी तक पहुंच गई। इस बीच बुजुर्ग ने महिला को 80 लाख रुपये भी दे बैठे। महिला ने बुजुर्ग से कभी प्लॉट तो कभी मकान बनवाने के नाम पर रकम ऐंठ ली। जब शादी का दिन आया तो महिला फोन नंबर बंद कर चंपत हो गई। पुलिस ने महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
महिला के कहने पर खुशीराम ने एक फ्लैट भी खरीद लिया। इसमें दोनों ने शादी के बाद के सपने देखने शुरू कर दिए। पांच अक्तूबर 2022 की तिथि शादी के लिए तय कर ली। मंदिर में पुजारी से बात भी हो गई। खुशीराम सब इंतजाम कर मंदिर पहुंच गए लेकिन प्रीति शाम तक भी नहीं पहुंची। फोन पर फोन किए लेकिन कोई जवाब नहीं आया। देर शाम उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि खुशीराम की शिकायत पर प्रीति रावत उर्फ निशा पुंडीर नाम की इस महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।