बठिंडा। बठिंडा सैन्य छावनी में चार जवानों की हत्या के पीछे सेना का जवान ही मुख्य आरोपी निकला है। बठिंडा पुलिस ने पांच दिन में चार जवानों की हत्या के मामले को सुलझा लिया है। जवानों की हत्या साथी फौजी ने ही की थी। बठिंडा पुलिस ने इस मामले में एक फौजी को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान दिसाई मोहन के रूप में हुई है।
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एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि जांच के दौरान जब चश्मदीद गनर दिसाई मोहन से सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपित ने अपना जुर्म कबूला। एसएसपी ने बताया कि आरोपित ने अपने निजी कारणों के कारण चार जवानों की हत्या की। आरोपित ने पहले मिलिट्री स्टेशन से ही राइफल चोरी की और फिर उसी राइफल से चारों पर फायरिंग की। आरोपित ने आपसी रंजिश के कारण वारदात को अंजाम दिया है।
आपको बता दें कि देसाई मोहन इस मामले में एकमात्र चश्मदीद था। उसी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया था कि हत्यारे सफेद कुर्ता-पायजामा पहने और फेसमास्क लगाये थे। एक के पास इंसास राइफल थी, जबकि दूसरे के हाथ में कुल्हाड़ी थी।
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हालांकि, जांचकर्ताओं ने कहा कि कैंपस के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया गया है, जिसमें कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई नहीं दिया है। ऐसे में साफ है कि पुलिस को देसाई मोहन पर शक हो रहा था। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। गौरतलब है कि फायरिंग और हत्या के मामले में बठिंडा छावनी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बठिंडा मिलिट्री स्टेशन देश के सबसे बड़े आर्मी बेस में से एक है और इसमें फोर्स की बड़ी संख्या में ऑपरेशनल यूनिट्स हैं।