देहरादून। जिले की तीन नदियों (सौंग, ढकरानी और कुल्हाल) से खनन सामग्री को ढोहने के लिए एंबुलेंस और शव वाहनों का इस्तेमाल हुआ। इसके साथ ही हजारों खनन रवन्नों में सरकारी वाहनों के नंबर भी पाए गए हैं। यहां तक कि 261 ई-रिक्शा और 201 दोपहिया वाहनों से भी खनन सामग्री ढोनी दिखाई गई है। खनन का यह अवैध खेल वर्ष 2017-18 और 2020-21 के बीच चला, जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। कैग की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। कैग ने जब रवन्नों की जांच की तो पता चला कि इनमें से सरकारी वाहनों के नंबर भी शामिल थे।
यही नहीं अवैध खनन ढोने में जिन वाहनों को लगाया गया था, उनमें से हजारों नंबर एंबुलेंस, शव वाहन और प्राइवेट गाड़ियों यानी गैर वाणिज्यिक निकले। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, अवैध खनन में लगे 2,969 सरकारी वाहनों से एक लाख 24 हजार 474 मीट्रिक टन खनन सामग्री ढोई गई। इसी तरह से 835 यात्री वाहनों से 97 हजार मीट्रिक टन और ढाई हजार टैक्सी वाहनों 1.52 मीट्रिक टन खनन सामग्री ढोई गई। 57 हजार से अधिक वाहन ऐसे थे, जो पंजीकृत ही नहीं थे। इसके अलावा एंबुलेंस, अग्निशमन वाहन, शव वाहन, रोड रोलर, एक्सरे वैन के नंबरों वाले वाहनों में करीब ढाई हजार टन अवैध खनन का परिवहन किया गया है।