इस्लामाबाद। पाकिस्तान के दिवालिया होने की आशंकाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) एक बार फिर सामने आया है। आईएमएफ ने कहा कि पाकिस्तान को ज्यादा कमाई करने वाले लोग कर का भुगतान करने और केवल गरीबों को ही सब्सिडी दिये जाने को लेकर ठोस व्यवस्था बनानी होगी। आईएमएप प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि पाकिस्तान को “खतरनाक स्थिति” में जाने से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है, जहां उसके कर्ज को पुनर्गठित करने की जरूरत पड़े।
पाकिस्तान के डॉन अखबार के मुताबिक आईएमएफ बहुत स्पष्ट था कि वह पाकिस्तान के गरीब लोगों की रक्षा करना चाहता था। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि अमीरों को सब्सिडी से लाभ मिलता है। इसका लाभ गरीबों को मिलना चाहिए। हम ऐसे कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, जिससे पाकिस्तान एक देश के रूप में काम करने में सक्षम बना रहे। वह ऐसी खतरनाक जगह पर नहीं पहुंच जाए, जहां उसके कर्ज को रीस्ट्रक्चर यानी पुनर्गठित करने की जरूरत हो। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पिछले साल अचानक आई बाढ़ से तबाह हो गया था। इससे उसकी एक तिहाई आबादी प्रभावित हुई थी।
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पाकिस्तान को अभी भी पैसों की सख्त जरूरत है, क्योंकि यह एक भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। अतीत में आईएमएफ से वित्तीय सहायता प्राप्त कर चुका है और वर्तमान में अपने ऋण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए संगठन के साथ चर्चा कर रहा है। इस बीच, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास मौजूद विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर लगभग 3 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है। यह रकम मुश्किल से तीन सप्ताह तक आयात के लिए पर्याप्त है।