जोशीमठ। भूधंसाव के कारण असुरक्षित करार दिये होटल मलारी इन को तोड़ने की कार्रवाई दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाई। होटल मालिक सहित स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं। लोगों ने होटल तोड़ने का विरोध नहीं किया बल्कि उनकी मांग है कि सरकार उचित मुआवजा नहीं दे रही है। जब तक सरकार उचित मुआवजा नहीं देगी ध्वस्तिकरण की कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने विरोध करने का फैसला लिया है।
उधर, प्रशासन की टीम लगातार लोगों को मनाने में लगी है। इस बीच जोशीमठ में मौसम ने करवट ले ली है। जोशी मठ से सटी पहाड़ियों पर बर्फवारी शुरू हो चुकी है, जबकि शहर पर काले घने बादल छाए हुए हैं।