रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का खतरा बढ़ गया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के दो क्षेत्रों को अलग देश के तौर पर मान्यता देने के बाद उन इलाकों में रूसी सेना भेजने का आदेश जारी कर दिया है। ऐसे में अब रूसी सेना Donetsk और Lugansk क्षेत्र में जाएगी। जहां यूक्रेन विरोधी और रूसी समर्थक मौजूद हैं। वहीं रूस के आक्रामक रूख के बीच यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में साफ कर दिया है कि वो अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं बदलेगा। भारत की तरफ से भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इसे गंभीर चिंता का विषय बताया गया है। भारत ने कहा कि रूसी संघ के साथ लगी यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव और इन चीज़ों से क्षेत्र की शांति को अस्थिर करेगी। इसके अलावा भारत ने कहा है कि हमारी नजर यूक्रेन संबंधी घटनाक्रम और रूस की ओर से इस संबंध में की गई घोषणा पर बनी हुई है।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अपने चरम पर आ चुका है। ऐसे में पश्चिमी देशों को अंदेशा है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इससे पहले पुतिन से यूक्रेन के अलगाववादी नेताओं ने अनुरोध किया था कि वे अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दें और रूस ने ऐसा कर भी दिया।