नई दिल्ली। अमेरिका के कुख्यात अपराधी जेफरी एपस्टीन का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार वजह न्याय विभाग का एक चौंकाने वाला ऐलान है। विभाग ने बुधवार को जानकारी दी कि एपस्टीन से संबंधित दस लाख से ज्यादा नए दस्तावेज मिले हैं। इतनी बड़ी तादाद में मिले इन दस्तावेजों के कारण अब इन्हें सार्वजनिक करने की प्रक्रिया में और देरी होना तय है। न्याय विभाग का कहना है कि इन दस्तावेजों की समीक्षा करने और उनमें जरूरी बदलाव करने में कुछ हफ्तों का वक्त लग सकता है।
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी कांग्रेस ने सभी एपस्टीन फाइलों को जारी करने के लिए 19 दिसंबर की एक सख्त डेडलाइन तय की थी। लेकिन अब यह पूरी प्रक्रिया और लंबी खिंचती नजर आ रही है। न्याय विभाग ने बताया कि न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के यूएस अटॉर्नी ऑफिस और एफबीआई की मदद से ये अतिरिक्त दस्तावेज खोजे गए हैं। हालांकि विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये दस्तावेज असल में कब मिले या कब उन्हें इसकी सूचना दी गई।
न्याय विभाग ने अपने बयान में कहा कि उनके वकील इन दस्तावेजों की समीक्षा के लिए रात दिन एक कर रहे हैं। समीक्षा के दौरान कानून के मुताबिक जरूरी रेडैक्शन यानी नाम या संवेदनशील जानकारी हटाने का काम किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि उनकी पहचान उजागर न हो।
विभाग ने देरी की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि दस्तावेजों की मात्रा इतनी ज्यादा है कि पूरी रिलीज में कुछ और हफ्ते लगना स्वाभाविक है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे जितनी जल्दी हो सकेगा दस्तावेज जारी करेंगे लेकिन इतनी बड़ी संख्या में सामग्री होने की वजह से प्रक्रिया में समय लगेगा। यह देरी कांग्रेस द्वारा पिछले महीने पारित किए गए उस कानून की डेडलाइन से आगे जा रही है जो लगभग सर्वसम्मति से पास हुआ था और जिसमें सभी फाइलों को जल्द जारी करने का प्रावधान था।
इससे पहले भी कुछ बैच में हजारों दस्तावेज जारी किए जा चुके हैं लेकिन अब ये नए मिले दस लाख दस्तावेज मामले की पूरी तस्वीर बदल सकते हैं। न्याय विभाग ने वादा किया है कि कानून का पूरी तरह पालन किया जाएगा और दस्तावेज जल्द से जल्द सार्वजनिक होंगे। लेकिन इस देरी से कई सवाल उठ रहे हैं कि इतने बड़े स्तर पर दस्तावेज पहले क्यों नहीं मिले। विभाग का कहना है कि वे पीड़ितों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रख रहे हैं और इसी वजह से हर दस्तावेज की बारीकी से जांच हो रही है।