शिमला। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत अब 1000 रोगी मित्रों की नियुक्ति की जाएगी। वित्त विभाग ने इन रोगी मित्रों को रखे जाने की मंजूरी प्रदान कर दी है, जिसे मरीज को और बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इन रोगी मित्रों को प्रति माह 15 हजार रुपये का वेतनमान प्रदान किया जाएगा और इन्हें आउटसोर्स आधार पर पांच वर्ष के लिए रखे जाने का प्रावधान किया गया है।
यह स्वास्थ्य विभाग में पहला मौका है जब रोगी मित्रों की भर्ती की जा रही है। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता के तहत 10+2 के साथ नर्सिंग का प्रशिक्षण और नर्सिंग काउंसिल के पास पंजीकरण होना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बजट भाषण में रोगी मित्र रखे जाने की घोषणा की थी। वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद अब इस घोषणा को पूरा किया जा रहा है और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि रोगी मित्रों की तैनाती से अस्पतालों में भीड़ प्रबंधन, मरीज सुविधा और सेवा गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आएगा।
रोगी मित्रों के मुख्य कार्य:
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उपचार एवं परीक्षण से संबंधित जानकारी: मरीजों को उनके उपचार और विभिन्न परीक्षणों से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान करना।
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बुजुर्ग, दिव्यांग व गंभीर मरीजों की सहायता: विशेष रूप से बुजुर्गों, दिव्यांगों और गंभीर मरीजों को अस्पताल परिसर में सहायता प्रदान करना।
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पंजीकरण एवं अस्पताल में दिशा-निर्देश: मरीजों को पंजीकरण प्रक्रिया में सहायता करना और अस्पताल के विभिन्न विभागों तक पहुंचने के लिए दिशा-निर्देश देना।
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मरीजों की सुविधा से जुड़े कार्यों में सहयोग: मरीजों की सुविधा से जुड़े अन्य आवश्यक कार्यों में सहयोग प्रदान करना।
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मरीजों को संबंधित विभाग/काउंटर तक पहुंचाना: मरीजों को उनके संबंधित विभाग या काउंटर तक पहुंचने में मदद करना।
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ओपीडी व इमरजेंसी में मार्गदर्शन: ओपीडी (आउटपेशेंट डिपार्टमेंट) और इमरजेंसी (आपातकालीन) विभागों में मरीजों का मार्गदर्शन करना।
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अस्पताल में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाना: अस्पताल से संबंधित किसी भी आवश्यक जानकारी को मरीजों और उनके परिजनों तक पहुंचाना।
हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, कर्नल धनीराम शांडिल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में एक हजार रोगी मित्रों की भर्ती की जा रही है, जिसके लिए वित्त विभाग ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में जो घोषणा की थी, वह अब पूरी होगी और इससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। यह पहल हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कुशल और मरीज-अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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