नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं के कारण अगले तीन दिनों तक उत्तर-पश्चिम एवं मध्य भारत में मानसून आफत बन सकता है। इन क्षेत्रों में भारी से अत्यंत भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा के पास बने एक निम्न दबाव क्षेत्र और पंजाब से विदर्भ तक गुजर रही एक ट्रफ लाइन के कारण एक बड़े क्षेत्र में मूसलाधार बारिश की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली में बारिश शाम से शुरू होकर देर रात तक जारी रह सकती है। पहाड़ी राज्यों को भी फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी अगले कुछ दिनों तक अत्यंत भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।
मध्य भारत की बात करें तो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान और गुजरात में तेज बारिश का नया दौर शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में अगले 24 घंटों के लिए और छत्तीसगढ़ में मंगलवार के लिए अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। धीरे-धीरे यह स्थिति उत्तर की ओर बढ़ेगी और ग्वालियर संभाग तक पहुंच जाएगी।
इसके विपरीत, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून फिलहाल कमजोर रहेगा और लोगों को बारिश के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र अभी झारखंड और ओडिशा को प्रभावित कर रहा है। दो-तीन दिनों के बाद जब मानसून की स्थिति उत्तर की ओर खिसकेगी, तब पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। पूर्वोत्तर के राज्यों और पश्चिमी समुद्री तट पर भी तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
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