वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ओर जहाँ भारत के साथ एक बड़े व्यापार समझौते के बेहद करीब होने की बात कही है, वहीं दूसरी ओर 14 देशों पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान कर अपनी सख्त व्यापारिक नीति का स्पष्ट संकेत भी दे दिया है। सोमवार रात व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बयान दिया, जिससे वैश्विक व्यापार में हलचल मच गई है।
ट्रंप ने साफ किया कि अमेरिका अब व्यापार में किसी भी तरह का नुकसान नहीं सहेगा और जो देश उसके साथ निष्पक्ष व्यापार समझौता नहीं करेंगे, उन्हें भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। इसी क्रम में उन्होंने 14 देशों पर 1 अगस्त से नए टैरिफ लागू करने की घोषणा की है। इन देशों में थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, मलेशिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश शामिल हैं। इन पर लगाए जाने वाले टैरिफ की दरें 25% से लेकर 40% तक होंगी, जो इन देशों की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाल सकती हैं।
ट्रंप ने इन देशों को चेतावनी दी है कि यदि वे अमेरिकी सामानों पर अपने टैरिफ बढ़ाते हैं, तो अमेरिका भी जवाबी कार्रवाई में टैरिफ की दरें और बढ़ा देगा। हालांकि, उन्होंने बातचीत का दरवाजा खुला रखते हुए यह भी कहा कि यदि ये देश अपनी व्यापार नीतियों में सुधार करते हैं और अमेरिका के साथ उचित समझौता करते हैं, तो इन टैरिफ को कम किया जा सकता है। व्हाइट हाउस के अनुसार, पहले यह टैरिफ 9 जुलाई से लागू होने थे, लेकिन शेयर बाजार में आई गिरावट के बाद देशों को बातचीत का और समय देने के लिए इसे 1 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था।
इस कठोर वैश्विक व्यापारिक माहौल के बीच, ट्रंप का भारत के साथ समझौते को लेकर दिया गया बयान काफी सकारात्मक है। उन्होंने कहा, “हम भारत के साथ समझौते के बहुत करीब हैं।” हालांकि उन्होंने समझौते का विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया, लेकिन यह भारत के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। यदि यह समझौता सफल होता है, तो भारत न केवल आगामी टैरिफ की मार से बच सकेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच व्यापार को भी नई मजबूती मिलेगी। यह संभावित समझौता भारत के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, जबकि अन्य देश ट्रंप की टैरिफ नीति से जूझ रहे हैं।
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