शिमला/मंडी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को मंडी जिले के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरे का दोहरा उद्देश्य था – हाल ही में हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेना और क्षेत्र के विकास के लिए नई घोषणाएं करना। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों, विशेषकर युवाओं और खिलाड़ियों से संवाद किया और उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
आपदा पीड़ितों को तत्काल राहत के निर्देश
सरकाघाट पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले उन क्षेत्रों का जायजा लिया जहां हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई थी। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका दुख-दर्द बांटा और उन्हें विश्वास दिलाया कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही उपायुक्त को नुकसान का तुरंत आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि राहत राशि और अन्य सहायता प्रभावित परिवारों तक शीघ्रता से पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष न करना पड़े।
खिलाड़ियों और शिक्षा को बड़ी सौगात
आपदा राहत कार्यों की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने सरकाघाट स्थित बालिका खेल छात्रावास का दौरा किया। यहां उन्होंने युवा एथलीटों से बातचीत की और उनकी समस्याओं और जरूरतों को ध्यान से सुना। उन्होंने खिलाड़ियों को आश्वासन दिया कि छात्रावास में सुविधाओं में और सुधार किया जाएगा ताकि वे बिना किसी चिंता के अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने दो बड़ी घोषणाएं कीं, जिनका क्षेत्र के छात्रों और खिलाड़ियों पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।
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खिलाड़ियों के लिए ‘विशेष अवकाश’ नीति: मुख्यमंत्री ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि अब से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों को स्कूल या कॉलेज में अनुपस्थित नहीं माना जाएगा, बल्कि उन्हें ‘विशेष अवकाश’ (Special Leave) पर माना जाएगा। यह प्रावधान स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) के लिए लागू नियमों के समान है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शिक्षण संकायों को आवश्यक निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। इस फैसले का खिलाड़ियों और खेल संघों ने स्वागत किया है, क्योंकि इससे छात्रों को अपनी शिक्षा की चिंता किए बिना उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का प्रोत्साहन मिलेगा। पहले कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उपस्थिति की कमी के कारण अकादमिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता था।
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सरकाघाट में CBSE स्कूल की स्थापना: क्षेत्र में शैक्षणिक अवसरों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने एक और बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि बच्चों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकाघाट में जल्द ही एक CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) से संबद्ध स्कूल स्थापित किया जाएगा। इस घोषणा से स्थानीय लोगों और अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई। CBSE स्कूल की स्थापना से यहां के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम तक पहुंच मिलेगी और उन्हें आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी करने का अवसर मिलेगा।
गर्मजोशी से हुआ स्वागत
इससे पहले, सरकाघाट पहुंचने पर मुख्यमंत्री का कांग्रेस नेता पवन ठाकुर और क्षेत्र के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपे, जिस पर उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर विधायक चंद्र शेखर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री के इस दौरे को सरकाघाट के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें न केवल तत्काल आपदा राहत पर ध्यान केंद्रित किया गया, बल्कि शिक्षा और खेल के माध्यम से क्षेत्र के युवाओं के भविष्य को संवारने की एक स्पष्ट रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई।
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