देहरादून। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के अपनी शर्तों पर भाजपा में जाने के मंसूबे पर कांग्रेस ने पानी फेर दिया है। किशोर भाजपा में एंट्री के लिए उनके नेतृत्व से मोल भाव कर रहे थे कि इस बीच कांग्रेस ने उनको पार्टी से निकाल दिया है। अब किशोर पशोपेश में हैं कि अपने शर्तें भाजपा से कैसे मनवाएं। वहीं किशोर के पर कुतरे जाने से भाजपा नेतृत्व भी खुश है कि वह उनकी शर्तों पर ज्वाइन करना चाहेंगे तभी पार्टी में एंट्री करवाई जाएगी।
किशोर उपाध्यय लंबे समय से कांग्रेस को गुडबाय कहने के मूड में थे। पहले वह आम आदमी पार्टी में जाने को लेकर चर्चा में आए। आम आदमी पार्टी में दाल नहीं गली तो उन्होंने भाजपा में जाने का मन बनाया। भाजपा से वह टिहरी से अपना टिकट पक्का करवाने का मोल भाव कर रहे थे। बड़ा कद होने के चलते भाजपा उनको नजरांदाज नहीं कर सकती थी, लेकिन टिहरी का सीटिंग विधायक भाजपा का होने से किशोर का टिकट पक्का करने में मतभेद थे। विधायक सुरेंद्र सिंह को नाराज कर भाजपा किशोर को लाकर बागवत के खतरे को भांप रही थी, इसके चलते उनकी एंट्री रुकी थी। अब कांग्रेस ने उनको पार्टी से निकाल दिया तो किशोर सड़क पर आ गए। कांग्रेस उन्हें टिकट देगी नहीं और भाजपा उनकी शर्तें मान ले यह तय नहीं है। किशोर की 44 साल लंबी राजनीतिक पारी पर इससे विराम भी लग सकता है। भाजपा अब उन्हें लेगी तो शर्तें उन्हीं की होगी। टिहरी से भाजपा की टिकट तो किशोर को मिलने के आसार भी कम हैं।