देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में अपना नाम घसीटे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने मीडिया और इंटरनेट मीडिया पर अपने बारे में प्रसारित की जा रही खबरों और सामग्रियों को पूरी तरह से असत्य और मनगढ़ंत करार दिया है। इस मामले में दुष्यंत गौतम ने त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य के गृह सचिव शैलेश बगौली को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने फेसबुक, मेटा, इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनलों पर चल रही विवादित सामग्रियों को तत्काल हटाने और उनके प्रसार पर रोक लगाने का अनुरोध किया है।
दुष्यंत गौतम ने अपने पत्र में कहा है कि हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर कई ऐसे ऑडियो और वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं जिनमें उन पर तरह तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं। उन्होंने इसे एक आपराधिक षड्यंत्र का हिस्सा बताया है। उनका कहना है कि वे एक सामाजिक और राजनीतिक व्यक्ति हैं और समाज में उनकी लंबे समय से एक प्रतिष्ठा बनी हुई है। लेकिन कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने जानबूझकर उनकी छवि खराब करने के लिए एक फर्जी और मनगढ़ंत ऑडियो तैयार किया है और उसे दुर्भावनापूर्ण तरीके से सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रभारी ने अपनी शिकायत में बहुत ही बारीकी से उन प्लेटफॉर्म्स का जिक्र किया है जहां यह सामग्री मौजूद है। उन्होंने पत्र में फेसबुक और मेटा की 28 आईडी, नौ इंस्टाग्राम हैंडल, दो एक्स हैंडल और आठ यूट्यूब चैनलों की सूची दी है जो इस दुष्प्रचार में शामिल हैं। उन्होंने गृह सचिव से मांग की है कि इन सभी प्लेटफॉर्म्स को निर्देशित किया जाए कि वे इस आपत्तिजनक सामग्री को तुरंत हटा दें। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस तरह की सामग्री को किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से प्रसारित न किया जाए।
दुष्यंत गौतम ने अपनी बात को पुख्ता करने के लिए प्रमाण के तौर पर मीडिया और इंटरनेट मीडिया में प्रसारित की जा रही सामग्री की जानकारी भी गृह सचिव के साथ साझा की है। उनका कहना है कि इस तरह के दुष्प्रचार से न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि यह समाज में गलत संदेश भी दे रहा है। गृह सचिव से इस मामले में जल्द और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद जताई गई है।