शिमला। नए साल का जश्न मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश का रुख करने वाले पर्यटकों के लिए एक बड़ी और राहत भरी खबर आई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सैलानियों के लिए एक बड़ा एलान करते हुए कहा है कि पर्यटन सीजन के दौरान अब प्रदेश भर में ढाबे और होटल दिन रात यानी चौबीस घंटे खुले रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी पर्यटक को खाने पीने की कोई असुविधा न हो और कोई भी भूखा न रहे। उन्होंने पर्यटकों को हिमाचल आने का खुला न्योता दिया है और कहा है कि प्रदेश उनके स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटक यहां आकर न केवल बेहतर स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं बल्कि शिमला और धर्मशाला में आयोजित होने वाले कार्निवाल के जरिए हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से भी रूबरू हो सकते हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे पर्यटकों के साथ शांति और सौहार्द बनाए रखें। साथ ही उन्होंने पर्यटकों को भी नसीहत दी है कि वे हुड़दंग मचाने से बचें और अनुशासन का पालन करें।
शिमला में चल रहे विंटर कार्निवाल के दौरान मुख्यमंत्री ने खुद पर्यटकों के बीच जाकर उनसे बातचीत की और उनके अनुभव जाने। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के मनोरंजन के लिए ही ये कार्निवाल आयोजित किए जा रहे हैं। शिमला के अलावा कांगड़ा के धर्मशाला में भी कार्निवाल का आयोजन हो रहा है। सुक्खू ने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलता है बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या हर साल बढ़ रही है जो एक शुभ संकेत है। उन्होंने बताया कि ईको टूरिज्म की अपार संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने नई संशोधित ईको टूरिज्म नीति अधिसूचित की है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 से नवंबर 2025 तक विभिन्न ईको टूरिज्म गतिविधियों से सरकार ने लगभग छह करोड़ रुपये की कमाई की है। पर्यटकों की सुविधा के लिए होम स्टे पंजीकरण की प्रक्रिया को भी आसान बनाते हुए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया गया है। सरकार का प्रयास है कि हिमाचल आने वाले हर पर्यटक को सुखद अनुभव मिले।