नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेश दौरे के तहत इथियोपिया पहुंचे जहां उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए दोनों देशों के रिश्तों की गहराई को बयां किया। मोदी ने कहा कि अगर यह यात्रा सामान्य कूटनीतिक प्रक्रिया के तहत होती तो इसमें काफी लंबा वक्त लग जाता लेकिन इथियोपिया के नेतृत्व और वहां के लोगों के प्यार ने उन्हें महज 24 दिनों के भीतर ही यहां आने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान इथियोपियाई प्रधानमंत्री अबिय अहमद अली ने उन्हें बड़े ही प्यार और आत्मीयता के साथ न्योता दिया था।
मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि वे अपने मित्र और भाई के इस प्यार भरे दावत को कैसे ठुकरा सकते थे। इसलिए जैसे ही उन्हें पहला मौका मिला उन्होंने इथियोपिया आने का फैसला कर लिया। मंगलवार को जब मोदी इथियोपिया पहुंचे तो एयरपोर्ट पर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबिय अहमद अली खुद प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें रिसीव करने आए। इतना ही नहीं अबिय ने खुद कार ड्राइव की और मोदी को होटल तक छोड़ा। रास्ते में उन्होंने मोदी को अनौपचारिक रूप से फ्रेंडशिप पार्क और साइंस म्यूजियम भी घुमाया। मोदी ने इस गर्मजोशी भरे स्वागत को एक अविस्मरणीय अनुभव बताया।
इस यात्रा के दौरान एक और ऐतिहासिक पल तब आया जब इथियोपिया के प्रधानमंत्री ने मोदी को अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया प्रदान किया। यह मोदी का 28वां बड़ा विदेशी राज्य सम्मान है और वह किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के रूप में यह सम्मान पाने वाले पहले नेता बन गए हैं। सम्मान स्वीकार करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया की सबसे पुरानी और समृद्ध सभ्यताओं में से एक से सम्मानित होना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने यह सम्मान सभी भारतीयों की ओर से विनम्रता और कृतज्ञता के साथ स्वीकार किया।
मोदी ने इस सम्मान को उन अनगिनत भारतीयों को समर्पित किया जिन्होंने 1896 से दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने याद दिलाया कि भारतीयों ने हमेशा इथियोपिया को सहारा दिया है। चाहे वे गुजराती व्यापारी हों जिन्होंने समर्थन दिया या फिर भारतीय सैनिक जिन्होंने मुक्ति संग्राम में लड़ाई लड़ी। शिक्षकों और उद्योगपतियों ने शिक्षा और निवेश के जरिए इथियोपिया का भविष्य संवारने में मदद की है। मोदी ने कहा कि यह सम्मान उन सभी भारतीयों का है जिन्होंने इस साझेदारी को आकार दिया और उन इथियोपियाई नागरिकों का भी है जिन्होंने भारत पर भरोसा किया।
अपने संबोधन में मोदी ने इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबिय अहमद की नेतृत्व क्षमता की जमकर तारीफ की। उन्होंने अबिय की मेदेमेर की दृष्टि, पर्यावरण संरक्षण, समावेशी विकास और विविध समाज में एकता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ये प्रयास पूरी दुनिया के लिए एक चमकदार उदाहरण हैं। मोदी ने कहा कि अबिय के कुशल हाथों में इथियोपिया का नेतृत्व होना सौभाग्य की बात है और इथियोपिया की स्वाभिमान और स्वतंत्रता की परंपरा पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है।
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