Uttarakhand: उत्तराखंड में हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर का निर्माण जोरों पर स्वास्थ्य सुरक्षा को मिलेगी नई मजबूती – The Hill News

Uttarakhand: उत्तराखंड में हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर का निर्माण जोरों पर स्वास्थ्य सुरक्षा को मिलेगी नई मजबूती

देहरादून. उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को हाई-टेक और चुस्त-दुरुस्त बनाने की दिशा में धामी सरकार को बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के तहत देहरादून में बन रहा ‘हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर’ (HEOC) राज्य की स्वास्थ्य सुरक्षा में एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देहरादून स्थित स्वास्थ्य महानिदेशालय परिसर में इस केंद्र का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। हाल ही में भारत सरकार की एक उच्च स्तरीय टीम ने निर्माणाधीन केंद्र का निरीक्षण किया और वहां चल रहे काम की गुणवत्ता पर संतोष जताया है।

केंद्र सरकार की टीम ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टमटा और नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह के साथ मिलकर निर्माण स्थल का बारीकी से जायजा लिया। टीम ने HEOC के डिजाइन, संरचना और अब तक हुए काम का तकनीकी मूल्यांकन किया। निरीक्षण के बाद टीम ने राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई पारदर्शी कार्यप्रणाली की सराहना की और माना कि केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों से यह संस्थान एक मॉडल के रूप में विकसित होगा।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि HEOC का लगभग आधा निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि जनवरी 2026 के अंत तक यह सेंटर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद केंद्र सरकार इसे औपचारिक रूप से उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग को सौंप देगी। राज्य सरकार ने अभी से इसके संचालन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अनुभवी अधिकारियों को आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि हैंडओवर होते ही यह सेंटर पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर दे।

यह सेंटर क्यों है इतना खास? दरअसल, उत्तराखंड अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है। HEOC की स्थापना से राज्य को आपदाओं और महामारियों के दौरान तुरंत और सटीक एक्शन लेने में मदद मिलेगी। यह सेंटर अत्याधुनिक निगरानी तंत्र और डाटा एनालिसिस सिस्टम से लैस होगा। इससे न केवल जिलों के बीच बेहतर समन्वय बन सकेगा, बल्कि किसी भी बीमारी या महामारी का शुरुआती चरण में ही पता लगाकर उसे नियंत्रित किया जा सकेगा। कोविड-19 के दौरान आई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इसे भविष्य की किसी भी स्वास्थ्य इमरजेंसी के लिए तैयार किया जा रहा है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि HEOC महज एक इमारत नहीं, बल्कि उत्तराखंड की भविष्य की स्वास्थ्य सुरक्षा की रीढ़ बनेगा। यह केंद्र सामान्य दिनों में भी स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी करेगा और आपदा के समय ‘कमांड सेंटर’ की भूमिका निभाएगा। पहाड़ी राज्य की विषम परिस्थितियों को देखते हुए यहां ऐसे मजबूत तंत्र की लंबे समय से जरूरत थी, जो अब पूरी होने जा रही है। सरकार का संकल्प है कि इस केंद्र के जरिए उत्तराखंड स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएगा।

 

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