देहरादून: प्रदेश के 10 हजार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग का लाभ मिलेगा. यह कोचिंग सामान्य और एडवांस दोनों स्तर की होगी. मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में कमजोर वर्गों के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जहां उन्होंने कोचिंग की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि निःशुल्क कोचिंग योजना की गुणवत्ता बेहतर हो, प्रतियोगियों का चयन स्क्रीनिंग के माध्यम से हो तथा प्रतियोगियों की सुविधा के अनुरूप तैयारी के समय का प्रबंध किया जाए. उन्होंने जोर दिया कि निःशुल्क कोचिंग में किसी भी तरह की खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए और इसका परिणाम अवश्य निकलना चाहिए. उन्होंने इसके लिए शीघ्रता से सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के निर्देश दिए.
इस दौरान निदेशक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती ने अवगत कराया कि इस वर्ष 10 हजार छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की निःशुल्क कोचिंग दी जानी है. कक्षा 11 में अध्ययनरत प्रतियोगियों को 2 वर्ष की कोचिंग दी जाएगी, जबकि 12वीं पास करने वाले प्रतियोगियों को एक वर्ष की कोचिंग दी जाएगी. उन्होंने बताया कि कोचिंग आर्ट्स, साइंस तथा कॉमर्स तीनों स्ट्रीम के अनुरूप दी जाएगी और इसमें लगभग सभी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी. इसके अतिरिक्त, मेधावी प्रतियोगियों को 6 वर्ष की एडवांस कोचिंग भी दी जाएगी.
इस अवसर पर बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव मनुज गोयल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.