ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में चर्चित दुष्कर्म मामले में आरोपित एसडीएम को हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है. ऊना के एसडीएम पर एक युवती ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया था, जिसके बाद से उक्त अधिकारी गायब थे. अब आरोपित को शिमला हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है.
कोर्ट की तरफ से आरोपित एसडीएम को ऊना थाना में दर्ज एफआईआर में पुलिस जांच में शामिल होकर पूरा सहयोग देने के निर्देश जारी किए गए हैं. मामले की आगामी सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी और उस दिन स्टेटस रिपोर्ट दी जाएगी.
23 सितंबर को दर्ज हुआ था मामला
ऊना के एसडीएम विश्वमोहन देव चौहान के खिलाफ एक युवती ने 23 सितंबर को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने की शिकायत दर्ज करवाई थी. इस शिकायत पर ऊना सदर पुलिस थाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित एसडीएम के खिलाफ वीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपित अधिकारी की तलाश के लिए छापामारी शुरू की.
25 को अग्रिम जमानत के लिए लगाई याचिका
इस दौरान 25 सितंबर को आरोपित अधिकारी के अधिवक्ता की तरफ से अग्रिम जमानत के लिए शिमला हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई. हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई 26 सितंबर को रखी थी, जिसके बाद 6 अक्टूबर को सुनवाई हुई.
29 सितंबर को एसआईटी गठित की
इस दौरान पुलिस पर लगातार लोगों और मीडिया के पड़ रहे दबाव के चलते एसपी ऊना अमित यादव ने 29 सितंबर को एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया. एसआईटी के प्रभारी एएसपी ऊना सुरेंद्र शर्मा की टीम ने आरोपित अधिकारी को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की, जिसमें अधिकारी की ऑडी कार को अपने कब्जे में लेने के साथ ही कई नजदीकी लोगों से पूछताछ की गई.
एएसपी एवं एसआईटी प्रमुख सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि आरोपित एसडीएम को पुलिस जांच में सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. अब पुलिस जांच में शामिल होने पर आरोपित से गहनता से पूछताछ की जाएगी.
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