लंदन: शनिवार को लंदन में एक दक्षिणपंथी रैली के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी, जिसमें प्रदर्शनकारियों और लंदन पुलिस के बीच झड़पें हुईं। इस घटना में 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इस हिंसा के बाद, रविवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि देश में किसी भी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कीर स्टार्मर ने स्पष्ट रूप से कहा कि “लोगों के बैकग्राउंड और उनकी त्वचा के रंग के आधार पर उन्हें निशाना बनाना किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
लंदन में भड़की हिंसा की घटना
लंदन में शनिवार को टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में दक्षिणपंथियों द्वारा बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू हुआ था। पुलिस के अनुसार, टॉमी की अपील पर लगभग डेढ़ लाख लोग लंदन की सड़कों पर जमा हो गए थे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें शुरू हो गईं।
26 पुलिसकर्मी घायल, 24 गिरफ्तार
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने पुलिस अधिकारियों पर किए गए हमलों की कड़ी निंदा की है। इस हिंसक प्रदर्शन में कुल 26 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। लंदन पुलिस ने अब तक 24 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 19 साल से लेकर 58 साल तक है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अगले कुछ दिनों में अन्य लोगों को भी हिरासत में ले सकती है।
पीएम स्टार्मर का सोशल मीडिया पर संदेश
कीर स्टार्मर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा: “लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है। यह हमारे देश के मूल्यों में है। मगर, जो पुलिस अधिकारी अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उनपर हुए हमले को सही नहीं ठहराया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारा झंडा देश की विविधता को दर्शाता है। हम इसे ऐसे हाथों में नहीं सौंप सकते हैं जो इसका इस्तेमाल हिंसा, डर और भेदभाव फैलाने के लिए करें।”
लंदन पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
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