नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अप्रत्याशित फैसलों और बयानों से दुनिया वाकिफ है। एक ओर जहां वे भारत को अपना सच्चा दोस्त बताते हैं, वहीं दूसरी ओर भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा देते हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर अमेरिका ने कुछ ऐसी ही हरकत की है, जिससे उसके दोहरे मापदंडों का पता चलता है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने G7 देशों से भारत और चीन पर 100 फीसदी तक टैरिफ लगाने का आग्रह किया है। इससे पहले वह यूरोपीय संघ पर भी ऐसा करने का दबाव बना चुका है।
रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार (12 सितंबर 2025) को G7 की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्री वीडियो कॉल पर एक बैठक करेंगे। इस बैठक में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन में शांति समझौते के प्रयासों के तहत अमेरिका द्वारा तैयार किए गए नए प्रस्तावों पर चर्चा होगी। इस बैठक से जुड़ी जानकारी रखने वाले लोगों ने दावा किया है कि अमेरिका इसमें G7 देशों पर भारत और चीन पर रूसी तेल खरीदने के लिए भारी शुल्क लगाने का दबाव डालेगा।
यह शुल्क कितना होगा, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन कहा जा रहा है कि अमेरिका ने 50 से 100 प्रतिशत के बीच टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है। इसके पहले अमेरिकी वित्त विभाग के प्रवक्ता ने कहा था, “हमने अपने यूरोपीय संघ के सहयोगियों को स्पष्ट कर दिया था कि यदि वे अपने देश में युद्ध समाप्त करने के बारे में गंभीर हैं, तो उन्हें हमारे साथ मिलकर सार्थक शुल्क लगाने होंगे।”
उन्होंने G7 का जिक्र करते हुए कहा था कि हमारे G7 साझेदारों को भी हमारे साथ कदम बढ़ाने की जरूरत है। बता दें कि पिछले महीने अमेरिका ने भारत पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया था। वहीं, यूरोपीय संघ भी अपनी गैस का लगभग पांचवां हिस्सा रूस से खरीदता है।
यह कदम ऐसे समय में आया है जब रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है और अमेरिका रूस पर आर्थिक दबाव बनाने की हर संभव कोशिश कर रहा है। भारत और चीन रूसी तेल के प्रमुख खरीदार रहे हैं, जिसके कारण अमेरिका उन पर लगातार दबाव बना रहा है। इस नए प्रस्ताव का उद्देश्य इन देशों को रूसी तेल खरीदने से रोकना और रूस की युद्ध क्षमता को कमजोर करना हो सकता है।
हालांकि, G7 देशों द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की संभावनाओं पर अभी कुछ कहना मुश्किल है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या G7 देश अमेरिका के इस दबाव के आगे झुकते हैं और भारत व चीन पर इतने भारी टैरिफ लगाते हैं। यह कदम वैश्विक व्यापार और भू-राजनीतिक संबंधों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
Pls read:US: अमेरिका में ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या, हमलावर की तलाश जारी