नई दिल्ली। सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार (11 सितंबर 2025) को देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद थे।
सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद पर आने से पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था। 9 सितंबर को हुए चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने कुल 452 मत हासिल कर जीत दर्ज की, जबकि विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 मत मिले। अब महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को दिया गया है।
इस शपथ ग्रहण समारोह का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सार्वजनिक तौर पर नजर आए। जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से वे 51 दिनों तक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं देखे गए थे। उनके इस लंबे अंतराल के कारण विपक्ष की ओर से कई सवाल खड़े किए गए थे कि धनखड़ कहां हैं और वे किस स्थिति में हैं। उनके सार्वजनिक रूप से सामने आने के बाद इन कयासों पर विराम लग गया है।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जगदीप धनखड़ मेहमान के तौर पर वहां पहुंचे थे और उन्हें पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के बगल में बैठे देखा गया। यह पहला अवसर था जब जगदीप धनखड़ इस्तीफे के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे। उनके साथ पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी खास बना दिया।
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 1947 में तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनके पास लंबे समय का राजनीतिक अनुभव है, जो उन्हें इस गरिमामयी पद के लिए उपयुक्त बनाता है। उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन राज्यसभा के सभापति का पद भी संभालेंगे, जो संसद के उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन करते हैं। उनके कार्यकाल में देश के विधायी और संवैधानिक प्रक्रियाओं में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
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