शिमला: हिमाचल प्रदेश ने पूर्ण साक्षर राज्य बनने का गौरव हासिल कर लिया है, जिसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय उन निरक्षर लोगों को दिया जिन्होंने साक्षरता अभियान में भाग लेकर खुद को शिक्षित किया। मुख्यमंत्री ने अपनी व्यक्तिगत कहानी साझा करते हुए कहा कि उनकी माता 5वीं तक पढ़ी थीं और पिता 7वीं पास थे, लेकिन उन्होंने उन्हें पढ़ाया, जिससे वे आज मुख्यमंत्री बन पाए हैं। उन्होंने विशेष रूप से इस उपलब्धि के लिए प्रदेश की बेटियों को श्रेय दिया।
साक्षर राज्यों में हिमाचल की दर सबसे बेहतर
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस क्षण को हिमाचल के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर प्रदेशवासी और सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि जितने भी राज्य साक्षर बने हैं, उनमें हिमाचल की साक्षरता दर सबसे अधिक है। यह दर्शाता है कि राज्य ने साक्षरता के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट मानक स्थापित किया है।
95 प्रतिशत साक्षरता दर पर भी पूर्ण साक्षर राज्य घोषित
हिमाचल की वर्तमान साक्षरता दर 99.30% है, जो एक प्रभावशाली आंकड़ा है। इस कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार के मानकों के अनुसार, जिस राज्य की साक्षरता दर 95 प्रतिशत होगी, उसे पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया जाएगा। हिमाचल ने इस मानदंड को बहुत अधिक अंतर से पार कर लिया है।
हिमाचल सहित चार राज्य पूर्ण साक्षर
हिमाचल प्रदेश अब साक्षर राज्यों की प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गया है। इस फेहरिस्त में हिमाचल सहित कुल चार राज्य हैं। मिजोरम 98.2 प्रतिशत, लक्षद्वीप 97.3 प्रतिशत और त्रिपुरा 95.6 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ इस सूची में शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश की 99.30 प्रतिशत की साक्षरता दर इन सभी राज्यों में सबसे अधिक है, जो उसकी असाधारण उपलब्धि को रेखांकित करती है।
2024 में की निरक्षर लोगों की पहचान और उपलब्धि
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने इस उपलब्धि के पीछे के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टेक्निकल ग्रुप ऑन पॉपुलेशन प्रोजेक्शंस की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 में हिमाचल की अनुमानित जनसंख्या लगभग 75.27 लाख थी। हिमाचल में साल 2024 में कुल 95 हजार 307 निरक्षर व्यक्तियों की पहचान की गई थी। एफएलएनएटी (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी असेसमेंट टेस्ट) के परिणामों के अनुसार, 42 हजार 578 व्यक्ति नव साक्षर बन चुके हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 52 हजार 729 निरक्षर व्यक्ति बचे हैं, जबकि कुल जनसंख्या 75.27 लाख है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य ने साक्षरता के लक्ष्य को लगभग पूरी तरह से हासिल कर लिया है।
जैसा कि पहले रिपोर्ट किया गया था, हिमाचल ने “पहाड़ सी चुनौतियां पार कर हिमाचल बना पूर्ण साक्षर राज्य, किस तरह व कौन सी योजनाओं से पाया मुकाम” शीर्षक के तहत, इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई योजनाओं और अथक प्रयासों का सहारा लिया। यह उपलब्धि राज्य के सतत विकास और मानव संसाधन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।