शिमला: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को आपदा से प्रभावित हिमाचल प्रदेश का दर्द जानने आएंगे। प्रधानमंत्री चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कांगड़ा स्थित गगल हवाई अड्डे पर उतरेंगे। धर्मशाला में एक उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को राहत एवं पुनर्वास संबंधी दिशा-निर्देश देंगे, जिससे राज्य को इस विकट स्थिति से उबरने में मदद मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी प्रदेश में हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद गगल एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे, जहां वह मंगलवार दोपहर 12:30 बजे एक बैठक करेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसी दिन प्रधानमंत्री गगल से दिल्ली लौट जाएंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से इस दौरे के संबंध में जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद लगभग 11 बजे हिमाचल प्रदेश पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री मांग सकते हैं विशेष वित्तीय पैकेज
चंबा जिला हाल ही में सबसे अधिक आपदा प्रभावित रहा है। भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण सड़कें बंद होने से करीब 15 हजार मणिमहेश यात्री भरमौर और हड़सर से गौरीकुंड के बीच यात्रा मार्ग पर फंसे थे। चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग अब तक बहाल नहीं हो पाया है। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू प्रदेश में हुए नुकसान को देखते हुए केंद्र सरकार से विशेष वित्तीय पैकेज की मांग कर सकते हैं। राज्य को इस आपदा से उबरने के लिए पर्याप्त वित्तीय सहायता की आवश्यकता है।
आपदा से हिमाचल बेहाल: भारी नुकसान के आंकड़े
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 20 जून को मानसून के आगमन के बाद से अब तक 4080 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। इस दौरान 366 लोगों की मौत बादल फटने, भूस्खलन और अन्य कारणों से हो चुकी है। प्रदेश में 1194 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 5077 मकानों, 460 दुकानों और 5284 पशुशालाओं को नुकसान पहुंचा है। ये आंकड़े हिमाचल प्रदेश में आपदा की भयावहता को दर्शाते हैं।
केंद्रीय टीमें चंबा व कुल्लू पहुंची
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले, रविवार को हाल ही में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की दो टीमें प्रदेश में पहुंची हैं। इनमें से एक टीम चंबा-कांगड़ा का दौरा कर रही है, जबकि दूसरी टीम कुल्लू और मंडी का दौरा करेगी। टीम ने रविवार को चंबा के डलहौजी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया। इन टीमों की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को राज्य की वास्तविक स्थिति का आकलन करने में मदद करेगी।
राजनीतिक मतभेद भुला आए थे सभी साथ
विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान प्रदेश में प्राकृतिक आपदा और बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर राज्य में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार को भेजा गया था। इस प्रस्ताव का सत्तापक्ष और विपक्ष ने एक स्वर में समर्थन किया था, जो इस संकट की गंभीरता को दर्शाता है। भाजपा का दावा है कि केंद्र की ओर से विभिन्न मदों के तहत दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि जारी की जा चुकी है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “देर आए, दुरुस्त आए। पहले जब प्राकृतिक आपदाएं आईं, तब पीएम मोदी हिमाचल नहीं आए थे। अब यह सकारात्मक है कि वह आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ रहे हैं। केंद्र सरकार से मांग है कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए।”
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा, भूस्खलन और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेंगे। धर्मशाला में होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए धर्मशाला जाऊंगा और प्रदेश में हुए नुकसान के संबंध में अवगत करवाऊंगा।”
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