चंडीगढ़, 23 अगस्त 2025:
मुंबई पुलिस ने श्री हरमंदिर साहिब, जिसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का दुरुपयोग कर एक आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। इस फर्जी वीडियो में दरबार साहिब को ढहते और पानी में बहते हुए दिखाया गया है, जिससे सिख संगत की भावनाएं बुरी तरह आहत हुई हैं।
इस अपमानजनक और घृणित कृत्य पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, मुंबई पुलिस ने एफआईआर नंबर 30/25 दर्ज की है। यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 299 आर/डब्ल्यू (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री प्रकाशित या प्रसारित करना) के तहत दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र साइबर विभाग की विशेष आईजी यश्वी यादव ने इस मामले के संबंध में सिख नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यह मामला माडल साइबर पुलिस स्टेशन, मुंबई में स्थानीय निवासी गुरसेव सिंह की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। आईजी यादव ने मामले की निष्पक्ष जांच का पूर्ण आश्वासन दिया है।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब श्री हरमंदिर साहिब को निशाना बनाने वाली धमकियों का सिलसिला जारी है। इससे पहले, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के आधिकारिक ई-मेल पते पर श्री हरमंदिर साहिब को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल पहुंचा था, जिससे सिख समुदाय में हड़कंप मच गया था। यह इस साल अब तक मिली कुल 14 धमकियों में से एक थी। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इन सभी धमकियों का तरीका, भाषा और शैली पहले भेजे गए मेल्स से मेल खाती है, जिससे यह संकेत मिलता है कि ये सभी धमकियां एक ही व्यक्ति या समूह द्वारा भेजी जा रही हो सकती हैं। धमकियों के सिलसिलेवार पैटर्न के बावजूद, अब तक पुलिस और साइबर सेल ई-मेल भेजने वाले आरोपित का पता लगाने में नाकाम रहे हैं, क्योंकि ई-मेल बार-बार विदेशी सर्वर से भेजे जा रहे हैं, जिससे ट्रैकिंग में मुश्किल आ रही है।
महाराष्ट्र सिख सोसाइटी कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख जसपाल सिंह सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया पर बढ़ती एआई-जनित भ्रामक डिजिटल सामग्री पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस नफरत फैलाने वाले वीडियो को देखकर वे मानसिक रूप से टूट गए हैं। सिद्धू ने इसे “सिख भावनाओं को कुचलने, सिख धर्म का अपमान करने और नफरत फैलाने की शर्मनाक साजिश” बताया।
सिद्धू ने जोर देकर कहा कि श्री दरबार साहिब केवल एक इमारत नहीं, बल्कि सिख धर्म का आध्यात्मिक केंद्र और धड़कन है। इसे विनाश की झूठी स्थिति में दिखाना धार्मिक हिंसा से कम नहीं है। उन्होंने उन वायरल हो रहे एआई-जनित फर्जी वीडियो की भी निंदा की, जिनमें बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को स्वर्ण मंदिर में लंगर छकते दिखाया गया है। सिद्धू ने कहा कि ऐसी सामग्री को “क्रिएटिव सामग्री” बताकर साझा करना सेवा, लंगर की पवित्रता और सिख परंपराओं का सीधा अपमान है।