नई दिल्ली। बिहार चुनाव के बीच ‘एसआईआर’ (SIR) और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर विपक्षी दल चुनाव आयोग (EC) के खिलाफ मुखर हो गए हैं। हाल ही में चुनाव आयोग ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को 7 दिनों के भीतर इन आरोपों के समर्थन में हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया था। इसी क्रम में, अब विपक्ष ने एक नया कदम उठाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है।
कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद नासीर हुसैन ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी पार्टी सभी लोकतांत्रिक तरीकों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो महाभियोग प्रस्ताव भी लाया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए हुसैन ने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो हम संवैधानिक नियमों के तहत सभी तरीकों का इस्तेमाल करेंगे। अभी तक हमने महाभियोग पर बात नहीं की है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर हम कुछ भी कर सकते हैं।”
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब बीते दिन मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष के ‘वोट चोरी’ सहित सभी आरोपों को ‘झूठा’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास इन आरोपों से जुड़े कोई सबूत हैं, तो वे सभी सबूतों के साथ 7 दिन के भीतर चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल करें, अन्यथा लोगों को गुमराह करने के लिए माफी मांगें।
CEC के इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांग रहा है, लेकिन जब भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने उन पर यही आरोप लगाए थे, तो चुनाव आयोग ने उनसे हलफनामा दाखिल करने को क्यों नहीं कहा?”
विपक्ष के इस ‘महाभियोग’ दांव और चुनाव आयोग के रुख ने बिहार चुनाव के माहौल को और गरमा दिया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।
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