शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाहौल-स्पीति जिले के केलांग में आयोजित हो रहे जनजातीय उत्सव का शुभारंभ किया। यह उत्सव 16 अगस्त को संपन्न होगा और यह प्रदेश में पहली बार ‘जीरो वेस्ट’ (शून्य अपशिष्ट) की थीम पर आयोजित किया जा रहा है, जो इसे खास बनाता है।
पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति का संगम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि जिले की अनूठी कला और संस्कृति को भी एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटकों को इस खूबसूरत क्षेत्र को और बेहतर ढंग से जानने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने जोर देकर कहा कि यह उत्सव अपनी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है और यह लोगों को जिम्मेदारी के साथ उत्सव मनाने के लिए प्रेरित करेगा।
जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों पर बोले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न हो रही गंभीर चुनौतियों पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन ने देश और प्रदेश के समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी की हैं और लाहौल-स्पीति भी इससे अछूता नहीं है। जिले में असामान्य रूप से हुई भारी बारिश एक बड़ी चिंता का कारण है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार आपदा के दौरान राहत प्रदान करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है और पर्यावरण संरक्षण के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र के सहयोग से वैज्ञानिकों की एक टीम प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं पर एक विस्तृत अध्ययन कर रही है।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तीकरण में लाहौल-स्पीति को एक मॉडल जिला बताया और कहा कि क्षेत्र के पारंपरिक उत्पादों को “हिम-ईरा” ब्रांड के तहत बढ़ावा दिया जाएगा।
36 करोड़ से बनेंगे 5 पुल, क्षेत्र को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उदयपुर उप-मंडल के लिए एक बड़ी सौगात दी। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तीसरे चरण के तहत 36 करोड़ 41 लाख 78 हजार रुपये की लागत से बनने वाले पांच महत्वपूर्ण पुलों का शिलान्यास किया। इनमें शामिल हैं:
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चैखांग नाले पर 9.93 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 35 मीटर लंबा स्टील ट्रस पुल।
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चिनाब नदी पर 9.46 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 49 मीटर लंबा डबल-लेन स्टील ट्रस पुल।
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किशोरी नाले पर 17.68 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 22 मीटर लंबा आरसीसी टी-बीम पुल।
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तेलिंग नाले पर 13.35 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 76 मीटर लंबा आरसीसी बीम पुल।
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मोरिंग नाले पर 1.89 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 22 मीटर लंबा आरसीसी बीम पुल।
स्थानीय विधायक अनुराधा राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें उत्सव के विवरण के साथ-साथ जिले में बारिश से हुए भारी नुकसान की भी जानकारी दी। इस अवसर पर शिमला में मुख्यमंत्री के साथ विधायक हरीश जनारथा और सुरेश कुमार मौजूद रहे, जबकि केलांग में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, उपायुक्त किरण भडाना और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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