शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सोलन जिले की लेखिका एवं शिक्षाविद ममता गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ‘संघर्ष से शिखर तक’ का विमोचन किया। यह पुस्तक उन वरिष्ठ अधिकारियों की प्रेरक संघर्ष गाथाओं का एक अनूठा संकलन है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद अपने जीवन में सफलता के शिखर को छुआ है।
यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित किया गया, जहाँ मुख्यमंत्री ने लेखिका के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे समाज, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान बताया।
क्या है पुस्तक में खास?
‘संघर्ष से शिखर तक’ पुस्तक में हिमाचल प्रदेश में कार्यरत वरिष्ठ अधिकारियों के जीवन के उन अनछुए पहलुओं को उजागर किया गया है, जो आम तौर पर लोगों की नजरों से दूर रहते हैं। इसमें यह दर्शाया गया है कि कैसे इन अधिकारियों ने आर्थिक तंगी, सामाजिक बाधाओं और सीमित संसाधनों जैसी कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अपनी शिक्षा पूरी की और बाद में प्रदेश की सेवा में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया।
यह पुस्तक इस बात का जीता-जागता प्रमाण है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और लोगों की सेवा करने की अटूट प्रतिबद्धता से व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी ऊंचाई को प्राप्त कर सकता है। यह सिर्फ सफलता की कहानियां नहीं, बल्कि उस संघर्ष की दास्तां है जो सफलता की नींव रखता है।
लेखिका ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
इस प्रेरणादायक पुस्तक की लेखिका, ममता गुप्ता, सोलन जिले के राजकीय उच्च विद्यालय, कनाह में प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। एक शिक्षाविद होने के नाते, उन्होंने महसूस किया कि आज की युवा पीढ़ी को ऐसे वास्तविक नायकों की कहानियों की आवश्यकता है, जो उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित कर सकें।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह पुस्तक उन अधिकारियों द्वारा अपने मिशन को पूरा करने में किए गए अथक प्रयासों पर आधारित है। मेरा उद्देश्य इन कहानियों के माध्यम से युवाओं को यह संदेश देना था कि कोई भी बाधा इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे दृढ़ इच्छाशक्ति से पार न किया जा सके।”
युवाओं के लिए बनेगी मार्गदर्शक: मुख्यमंत्री
पुस्तक का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत का काम करेगी। उन्होंने कहा, “ऐसी सकारात्मक कहानियां समाज में नई ऊर्जा का संचार करती हैं और युवाओं को यह विश्वास दिलाती हैं कि ईमानदारी और मेहनत के बल पर किसी भी लक्ष्य को पाना संभव है। यह पुस्तक दर्शाती है कि संघर्ष ही व्यक्ति को निखारता है और उसे शिखर तक पहुंचाता है।”
उम्मीद है कि ‘संघर्ष से शिखर तक’ अपने उद्देश्य में सफल होगी और हिमाचल प्रदेश के अनगिनत युवाओं को उनके अपने जीवन के ‘शिखर’ तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगी।
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