फतेहगढ़ साहिब। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए 125 करोड़ रुपये की लागत से 500 आधुनिक पंचायत घरों और कॉमन सर्विस सेंटरों (सीएससी) के निर्माण की वर्चुअल आधारशिला रखी। फतेहगढ़ साहिब की पवित्र भूमि से इस परियोजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल गांवों को आत्मनिर्भर और डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगी।
इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यह परियोजना उन गांवों को प्राथमिकता देगी जहाँ अब तक कोई पंचायत घर नहीं है। उन्होंने कहा कि 2800 से अधिक आबादी वाले प्रत्येक गांव में एक पंचायत घर और एक कॉमन सर्विस सेंटर का निर्माण किया जाएगा, जिस पर क्रमशः 20 लाख रुपये और 5 लाख रुपये की लागत आएगी। मान ने कहा, “पंचायत घर केवल एक कार्यालय नहीं होगा, बल्कि यह गांव के विकास के लिए चर्चा और योजना का एक केंद्रीय केंद्र बनेगा। इसी तरह, कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में डिजिटल क्रांति की रीढ़ बनेंगे।”
मुख्यमंत्री ने डिजिटल युग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आज सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने, शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने, आधार कार्ड या पासपोर्ट बनवाने जैसी कई सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। ये सीएससी इन सभी सेवाओं को ग्रामीणों तक आसानी से पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अपने संबोधन के दौरान भगवंत मान ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पंजाब के 90% घरों में अब शून्य बिजली बिल आ रहा है, जिससे जनता को बड़ी आर्थिक राहत मिली है। उन्होंने गर्व से कहा कि नहर का पानी अब राज्य के दूर-दराज के गांवों तक भी पहुंच गया है और सरकार ने 15,947 जल चैनलों को पुनर्जीवित किया है। बेरोजगारी को सामाजिक समस्याओं की जड़ बताते हुए उन्होंने कहा कि अब तक युवाओं को योग्यता के आधार पर लगभग 55,000 सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं।
नशे के खिलाफ अपनी सरकार की लड़ाई का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “‘युद्ध नशेयां विरुद्ध’ अभियान के तहत न केवल नशीली दवाओं की सप्लाई लाइन को तोड़ा गया है, बल्कि इस अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को भी सलाखों के पीछे डाला गया है। उन्होंने फतेहगढ़ साहिब जिले की 700 पंचायतों द्वारा अपने गांवों को नशामुक्त बनाने का संकल्प लेने की सराहना की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पारंपरिक राजनीतिक दलों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “ये दल एक विभाजित घर की तरह हैं, जहाँ हर नेता सत्ता हथियाने के लिए बेताब है। उनका राज्य के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है, वे केवल सत्ता के लिए लड़ते हैं ताकि राज्य के खजाने को लूट सकें।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से अब राज्य में एक सकारात्मक बदलाव आ रहा है और हताश होकर विदेश गए युवा भी अब पंजाब की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में भागीदार बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने और आजादी के लाभ को हर घर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि एक जीवंत और प्रगतिशील राज्य – ‘रंगला पंजाब’ का निर्माण किया जा सके।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तरणप्रीत सिंह सोन्ध सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
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