धधोगल (संगरूर), 10 अगस्त:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार महान शहीदों के नक्शेकदम पर चलकर प्रदेश के विकास और लोगों, विशेषकर समाज के आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों की भलाई सुनिश्चित कर रही है।
आज यहां शहीद भगत सिंह धधोगल की बरसी के अवसर पर आयोजित एक समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र धरती के कण-कण पर महान गुरुओं, संतों, पीरों, शहीदों और कवियों के पदचिन्ह हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को कड़ी मेहनत और दृढ़ता की अदम्य भावना का आशीर्वाद मिला है, जिसके कारण वे अपने लिए जगह बना लेते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सामाजिक ताना-बाना इतना मजबूत है कि पंजाब की उपजाऊ भूमि पर कोई भी बीज उग सकता है, लेकिन नफरत का बीज यहां किसी भी कीमत पर अंकुरित नहीं होगा।
पिछली सरकारों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 साल बाद भी आजादी का लाभ हर घर तक नहीं पहुंचा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने चिट्टे (नशे) का जाल फैलाने, जनता को लूटकर धन इकट्ठा करने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए आजादी का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपने आज भी साकार नहीं हुए हैं क्योंकि इन लोगों ने इसके लिए कभी कोई ठोस प्रयास नहीं किया।
अपने पूर्ववर्तियों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग करके अकूत संपत्ति जमा की और बड़े-बड़े महल बनाए। इन महलों की दीवारें ऊंची थीं और दरवाजे आम लोगों के लिए बंद रहते थे, जिसके कारण जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि पारंपरिक राजनीतिक दलों के उदासीन रवैये के कारण राज्य विकास की गति में पिछड़ गया।
नशे के ‘जरनैलों’ पर सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार युवाओं की पीढ़ी को नशे के श्राप से खत्म करने वाले ‘जरनैलों’ के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी। उन्होंने कहा कि नशा व्यापार को संरक्षण देने वाले बड़े नेताओं को पहले ही सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। ये नेता न केवल राज्य में नशा व्यापार को संरक्षण देते थे, बल्कि विडंबना यह है कि वे अपनी सरकारी गाड़ियों में नशीले पदार्थ बेचते/सप्लाई करते थे। उन्होंने कहा कि पहले किसी ने इन अमीर नेताओं को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं की, लेकिन अब उनकी सरकार ने ऐसा किया है और उन्हें अपने पापों की कीमत चुकानी होगी।
सरकार की उपलब्धियां और विकास कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पदभार संभाला था, तो राज्य में केवल 21% कृषि भूमि की सिंचाई नहर के पानी से होती थी, लेकिन आज यह आंकड़ा बढ़कर 63% हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रभावी प्रयासों से इतिहास में पहली बार नहरों और नदियों का पानी राज्य के अंतिम छोर पर बसे गांवों (टेल-एंड) तक पहुंच रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 17 करोड़ 21 लाख रुपये की लागत वाली दो सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। पहली सड़क पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा धूरी-अमरगढ़ रोड से धूरी-छींटा वाला रोड तक बनाई जा रही है, जो धधोगल, बुर्ज गोहरा, बुर्ज सेदा, चीमा, भारी मानसा और समुंदगढ़ छन्ना से होकर गुजरेगी। इसी तरह, दूसरी सड़क लोक निर्माण विभाग द्वारा अमरगढ़ से धूरी-बागड़ियां रोड तक बनाई जा रही है, जो धधोगल, खेड़ी जट्टां, लोहार माजरा और ईसी (बिजली कॉलोनी) से होकर गुजरेगी। ये सड़कें 18 फीट चौड़ी होंगी और ठेकेदार पांच साल तक इनके रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार होगा।
शहीद भगत सिंह धधोगल को दी श्रद्धांजलि
शहीद भगत सिंह धधोगल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश उन शहीदों का ऋणी है, जिन्होंने देश प्रेम के लिए सभी सांसारिक सुख, धन, संपत्ति और मोह त्याग दिया और दूसरों को आजादी का जज्बा दिया। उन्होंने कहा कि शहीद सरदार भगत सिंह जी धधोगल उन बहादुर आत्माओं में से एक थे, जिन्होंने रियासतों के अत्याचार, अन्याय और भेदभाव के खिलाफ लड़ना अपना कर्तव्य समझा और अंततः देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने बताया कि शहीद भगत सिंह जी परजा मंडल आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे और सेवा सिंह ठिकरीवाल जी के बहुत करीब थे।
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