शिमला। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) के छह प्रमुख होटलों का निजीकरण नहीं किया जाएगा और उनका प्रबंधन निगम के पास ही रहेगा। यह महत्वपूर्ण आश्वासन मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एचपीटीडीसी कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधिमंडल को दिया, जो अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उनसे मिलने आया था। इसके जवाब में, यूनियन ने भी इन सभी होटलों को एक साल के भीतर मुनाफे में लाने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री के इस आश्वासन के बाद अब यह तय हो गया है कि एचपीटीडीसी के छह प्रतिष्ठित होटल – होटल एप्पल ब्लॉसम (फागू), लेक व्यू (बिलासपुर), होटल चांशल (रोहड़ू), होटल रॉस कॉमन (कसौली), होटल सरवरी (कुल्लू) और होटल ममलेश्वर (चिंडी) – निगम द्वारा ही संचालित किए जाते रहेंगे। इन होटलों को निजी हाथों में सौंपने की अटकलों पर अब विराम लग गया है, जिससे कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार एचपीटीडीसी को हर संभव समर्थन देने और इसके कर्मचारियों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी जिले के तत्तापानी में पर्यटकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त 30 कमरों का एक नया होटल स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निगम की सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वे आगंतुकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए भोजन, आतिथ्य और अन्य सुविधाओं में उच्च मानक सुनिश्चित करें, ताकि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को एक यादगार अनुभव मिल सके।
प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया, जिस पर उन्होंने सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया। यूनियन के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि वे निगम की प्रगति और होटलों को लाभकारी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इस अवसर पर विधायक संजय अवस्थी, एचपीटीडीसी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हुकम राम, महासचिव राज कुमार शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संत कुमार फेरम, राजीव सोनी, राजपाल शर्मा, श्यामा नंद, निहाल सिंह और मनोज भी उपस्थित थे।