देहरादून। मानसून की पहली कुछ बौछारों ने ही देहरादून में विभिन्न सरकारी विभागों के बीच समन्वय की कमी और अधूरे कार्यों की पोल खोलकर रख दी है। शहर की कई सड़कें, जहां हाल ही में सीवर, पेयजल, गैस या बिजली की लाइनों को बिछाने के लिए खोदाई की गई थी, अब नागरिकों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गई हैं। इन सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में पानी भर गया है, और खोदाई से निकला मलबा नालियों में जमा होने से वे भी चोक हो गई हैं, जिससे जलभराव की समस्या विकराल हो गई है।
बंजारावाला में स्थिति गंभीर, डीएम ने अपनाया कड़ा रुख
हालांकि, जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस समस्या से निपटने के लिए एक ‘क्विक रिस्पांस टीम’ (QRT) का गठन कर उसे फील्ड में उतारा है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। विशेषकर बंजारावाला क्षेत्र में, जहां उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (UUSDA) द्वारा सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया गया है, वहां के निवासी सड़क पर हो रहे जलभराव से बुरी तरह परेशान हैं।
लक्ष्य एन्क्लेव और आसपास के अन्य क्षेत्रों से लगातार मिल रही शिकायतों पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने कड़ा रुख अपनाते हुए कार्यदायी संस्था UUSDA से जवाब तलब किया। संस्था ने बताया कि मुख्य सड़क का कार्य तो पूरा हो गया है, लेकिन आंतरिक सड़कों पर अभी 50 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है। इस पर जिलाधिकारी ने संस्था के अधिकारियों को शेष सड़क मरम्मत का कार्य 3 दिन के भीतर पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समय में काम पूरा नहीं हुआ, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जिलाधिकारी के निर्देशों की गंभीरता को देखते हुए, उप जिलाधिकारी (न्याय) कुमकुम जोशी ने भी क्षेत्र का भ्रमण कर अधिकारियों को इस चेतावनी से अवगत कराया।
नाले से अवैध कनेक्शन ने चोक की सीवर लाइन
प्रशासन की क्यूआरटी की जांच में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया। दून अस्पताल मार्ग पर जब क्यूआरटी को सीवर लाइन चोक होने की शिकायत मिली, तो गहन जांच में पता चला कि वहां अंधेरगर्दी की हदें पार कर दी गई थीं। किसी ने नाले से एक अवैध पाइपलाइन को सीधे सीवर लाइन से जोड़ दिया था, जिससे नाले का सारा कचरा, प्लास्टिक की बोतलें और मलबा सीवर लाइन में जाकर उसे पूरी तरह से चोक कर रहा था।
क्यूआरटी ने मौके पर पहुंचकर सीवर लाइन की सफाई करवाई, जिसमें से भारी मात्रा में कचरा निकाला गया। टीम ने अवैध पाइपलाइन को बंद करा दिया है, जिससे अब सिस्टम सुचारू रूप से काम कर रहा है। इससे पहले, प्रिंस चौक और बंजारावाला क्षेत्र में भी सीवर लाइन चोक होने की समस्या को क्यूआरटी के माध्यम से सफलतापूर्वक दूर किया जा चुका है।
कुल मिलाकर, जिलाधिकारी की सक्रियता और क्यूआरटी की त्वरित कार्रवाई से नागरिकों को कुछ राहत तो मिली है, लेकिन यह घटनाक्रम विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की भारी कमी को भी उजागर करता है, जिसकी कीमत आम जनता को चुकानी पड़ रही है।
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