Punjab: पंजाब को हर क्षेत्र में बनाएंगे अग्रणी राज्य: मुख्यमंत्री भगवंत मान

संगरूर।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को राज्य को हर क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए जन-हितैषी और विकास-उन्मुख नीतियों को और अधिक मजबूती से लागू करने का संकल्प लिया। संगरूर में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey) में पंजाब की शानदार सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए, उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय शिक्षकों को दिया और भविष्य के लिए अपनी सरकार का दृष्टिकोण साझा किया।

शिक्षा में पंजाब बना नंबर वन

मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के कारण पंजाब आज इस सर्वेक्षण में पहले स्थान पर है, जबकि 2017 में यह 29वें स्थान पर था। उन्होंने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए शिक्षकों की सराहना करते हुए उन्हें ‘राष्ट्र निर्माता’ बताया और कहा कि पंजाब को नंबर एक बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भगवंत मान ने कहा कि चाहे शिक्षा हो या विकास, राज्य सरकार के ठोस प्रयासों की बदौलत पंजाब आज हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहा है।

पिछली सरकारों पर साधा निशाना

भगवंत मान ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े नेताओं के बच्चे कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ते थे, इसलिए सरकारी स्कूल कभी उनकी प्राथमिकता में नहीं रहे। उनके शासनकाल में सरकारी स्कूल केवल मिड-डे मील केंद्र बनकर रह गए थे। उन्होंने कहा कि यह आम आदमी पार्टी (AAP) और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे बुनियादी मुद्दे राजनीतिक एजेंडे के केंद्र में आ गए हैं।

शिक्षा क्रांति और भविष्य की योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार स्कूली स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके छात्रों का भविष्य बदलने के लिए एक ‘शिक्षा क्रांति’ पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों को राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने और उन्हें कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि वे सम्मान के साथ जीवन जी सकें। उन्होंने अभिभावक-शिक्षक बैठकों (PTMs) जैसी पहलों की भी सराहना की, जो पहले केवल निजी स्कूलों तक सीमित थीं, लेकिन अब सरकारी स्कूलों में भी छात्रों की बेहतरी के लिए लागू की जा रही हैं।

योग्यता के आधार पर रोजगार

अपने संबोधन में, मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी गर्व व्यक्त किया कि उनकी सरकार ने बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के, पूरी तरह से योग्यता के आधार पर 54,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां प्रदान की हैं, जिससे युवा राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।

मनीष सिसोदिया ने की पंजाब की तारीफ

इस अवसर पर आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा माफिया के कारण सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक सपना थी, लेकिन पंजाब ने इस मुश्किल लक्ष्य को हासिल कर एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि आज 24 लाख सरकारी स्कूल के छात्रों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है और यह शिक्षकों, प्रिंसिपलों और अन्य कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से संभव हुआ है। इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा, हरजोत सिंह बैंस और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

 

Pls read:Punjab: अनियंत्रित होकर पलटी बस, 8 यात्रियों की मौत, 32 से अधिक घायल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *