नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के नए कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया है। मैच के दूसरे दिन उन्होंने 269 रनों की एक मैराथन और रिकॉर्डतोड़ पारी खेली, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा बनाया गया सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। गिल की इस शानदार पारी की बदौलत भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में, दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम 3 विकेट खोकर 77 रन बनाकर संघर्ष करती नजर आई।
अपनी इस ऐतिहासिक पारी के बाद शुभमन गिल ने खुलासा किया कि पारी की शुरुआत में वह रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और सहज महसूस नहीं कर रहे थे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मुख्य कोच गौतम गंभीर को दिया, जिनकी चायकाल के दौरान दी गई एक छोटी लेकिन निर्णायक सलाह ने उनके खेल को पूरी तरह से बदल दिया।
चायकाल में गंभीर ने दिया था गुरुमंत्र
दूसरे दिन के खेल के बाद ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए कप्तान गिल ने उस पल के बारे में बताया जिसने उनकी पारी की दिशा बदल दी। उन्होंने कहा, “जब मैं चायकाल के लिए ड्रेसिंग रूम में वापस आया, तो मैं लगभग 100 गेंदें खेलकर 35-40 रन पर था। मैं लगातार फील्डर्स को ढूंढ रहा था और बाउंड्री नहीं मिल रही थी। मैंने जीजी भाई (गौतम गंभीर) से बात की और अपनी परेशानी बताई।”

गिल ने आगे बताया, “उन्होंने (गंभीर ने) मुझसे बस एक ही बात कही- ‘क्रीज पर डटे रहो, ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, रन अपने आप आएंगे।’ उनकी इस सलाह ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और उसके बाद मैंने सिर्फ गेंद पर ध्यान केंद्रित किया।”
IPL से ही कर रहे थे तैयारी
गिल ने यह भी खुलासा किया कि यह सफलता केवल एक दिन की नहीं, बल्कि लंबी तैयारी का नतीजा है। उन्होंने बताया कि वह आईपीएल 2025 के बाद से ही अपनी तकनीक पर लगातार काम कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था, लेकिन 30-40 रन बनाने के बाद आउट हो रहा था। मैं बहुत ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के चक्कर में खुद पर दबाव बना रहा था। इसलिए, मैंने फैसला किया कि मैं अपनी बल्लेबाजी का आनंद लूंगा और मिले हुए मौकों का पूरा फायदा उठाऊंगा।”
टी20 क्रिकेट से टेस्ट फॉर्मेट में खुद को ढालने की चुनौती पर बात करते हुए गिल ने कहा, “यह मानसिक रूप से काफी मुश्किल होता है। टी20 में आपकी प्रवृत्ति हर गेंद पर प्रहार करने की होती है, जो टेस्ट में आपके लिए मुसीबत बन सकती है। इसी चुनौती को देखते हुए मैंने आईपीएल के दौरान ही लाल गेंद से अभ्यास करना शुरू कर दिया था ताकि मैं इस सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार रह सकूं।”
Pls Read:Cricket: एशिया कप में 7 सितंबर को यूएई में हो सकता है भारत का पाकिस्तान से मैच