धनेटा (हमीरपुर), 1 जुलाई।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन के धनेटा में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत सीधे जनता से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना और अधिकारियों को उनके तत्काल निवारण के लिए मौके पर ही निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धनेटा में आगामी शैक्षणिक सत्र से सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा, साथ ही इसे सह-शिक्षा (Co-education) बनाते हुए विज्ञान संकाय की कक्षाएं भी आरंभ की जाएंगी। उन्होंने धनेटा डिग्री कॉलेज में बी.एड. और बीसीए पाठ्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की, जिससे स्थानीय छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के नए रास्ते खुलेंगे। इसके अतिरिक्त, नादौन में एक नया कृषि खरीद केंद्र स्थापित करने का भी ऐलान किया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों, अरविंद सिंह और सूबेदार कुलदीप चंद को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में उनके पैतृक गांवों में स्मारक द्वार बनाए जाएंगे।
पिछली सरकार पर साधा निशाना, गिनाईं अपनी उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने बिना किसी बजटीय प्रावधान के केवल राजनीतिक लाभ के लिए विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सैकड़ों संस्थान खोल दिए थे। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने स्कूलों का युक्तिकरण करने का निर्णय लिया और सरकार के गंभीर प्रयासों के कारण, हमारा राज्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा रैंकिंग में देश भर में 21वें से 5वें स्थान पर पहुंच गया है।”

स्वास्थ्य क्षेत्र पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने चिकित्सा ढांचे के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए डॉक्टरों के साथ विस्तृत चर्चा की गई है। उन्होंने कहा, “हिमाचली डॉक्टर पूरे देश में प्रसिद्ध हैं, लेकिन पुराने चिकित्सा उपकरणों के कारण मरीजों को इलाज के लिए राज्य से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था।” सरकार अब पहले चरण में टांडा, आईजीएमसी शिमला और चमियाना में तथा दूसरे चरण में नेरचौक, हमीरपुर, चंबा और नाहन मेडिकल कॉलेजों में उपकरणों और सुविधाओं को उन्नत कर रही है।
कल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को राहत
सीएम सुक्खू ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार दूध, कच्ची हल्दी और प्राकृतिक रूप से उगाए गए मक्के और गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दे रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर बचाए गए ₹3,000 करोड़ का उपयोग अब लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और विकास कार्यों के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “किसने सोचा होगा कि एक समय आएगा जब सरकार अनाथ बच्चों को ‘राज्य के बच्चे’ के रूप में अपनाएगी और उनकी शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगी?” उन्होंने बताया कि 6,000 से अधिक अनाथों को ‘राज्य के बच्चे’ के रूप में अपनाया गया है और सरकार विधवाओं के बच्चों की शिक्षा में भी मदद कर रही है।
2023 की प्राकृतिक आपदा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रभावितों को तुरंत राहत दी। उन्होंने कहा, “इसके बाद हमने एक राजनीतिक संकट का भी सामना किया, जिसे हमने स्थानीय देवी-देवताओं और प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से पार कर लिया।” इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, विधायक कमलेश ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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