नाहन, सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन को राजधानी शिमला से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण नाहन-कुमारहट्टी-शिमला नेशनल हाईवे 907ए आज सुबह भूस्खलन के कारण लगभग चार घंटे तक बंद रहा, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सुबह 4 बजे से ठप हुआ यातायात
घटना के अनुसार, सुबह करीब 4 बजे भारी बारिश के चलते पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। सुबह 4 बजे से 8 बजे तक सड़क बंद रहने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। नैनटिककर के समीप सादनाघाट में स्थिति सबसे गंभीर थी, जहां पहाड़ी से गिरे विशाल पत्थरों के कारण लंबी दूरी की बसें और ट्रक घंटों फंसे रहे।
हालांकि, कुछ छोटे वाहन चालकों ने जोखिम उठाते हुए दलदल और मलबे के बीच से अपने वाहन निकालने की कोशिश की, लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रुकी रही। नाहन से कुमारहट्टी के बीच कई अन्य स्थानों पर भी भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे वाहन चालकों के लिए सफर बेहद खतरनाक हो गया। इसके अलावा, जिले के कई ग्रामीण संपर्क मार्ग भी भारी फिसलन के कारण प्रभावित हुए, जहां कुछ बसें और छोटे वाहन भी फंसे होने की सूचना है।
प्रशासन ने बहाल कराया यातायात, गिरी नदी का जलस्तर बढ़ा
मामले की सूचना मिलने पर नेशनल हाईवे नाहन मंडल के कनिष्ठ अभियंता एस.एस. पुंडीर ने बताया कि उन्हें सुबह करीब 7 बजे सड़क बंद होने की सूचना मिली थी, जिसके तुरंत बाद मशीनरी को मौके पर भेजा गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए सुबह लगभग 8 बजे तक सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया। उन्होंने बताया कि बड़े पत्थरों को हटाने का काम अभी भी जारी है और जल्द ही सड़क को पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा।
उधर, भारी बारिश के चलते जिला प्रशासन ने एक और चेतावनी जारी की है। श्रीरेणुकाजी के समीप स्थित गिरी बैराज जटोन के चार फ्लैट गेट खोल दिए गए हैं, जिससे गिरी और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों के किनारे न जाने की अपील की है और सतर्क रहने का आग्रह किया है।
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