देहरादून: उत्तराखंड में विकास परियोजनाओं और आपदा प्रबंधन को लेकर सोमवार को दो महत्वपूर्ण बैठकें हुईं। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में हुई व्यय समिति की बैठक में कई परियोजनाओं को मंज़ूरी मिली, जबकि आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में तैयारियों का जायज़ा लिया गया।
व्यय समिति की बैठक:
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यमकेश्वर में सेतु निर्माण: पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में कौडियाला-व्यास घाट मोटर मार्ग पर गंगा नदी पर 150 मीटर लंबे पुल के निर्माण को मंज़ूरी मिली। इसकी अनुमानित लागत 5712.55 लाख रुपये है। मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग को तेजी से काम शुरू करने के निर्देश दिए।
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जागेश्वर धाम में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट: जागेश्वर धाम में 2119.27 लाख रुपये की लागत से रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के कार्यों को मंज़ूरी मिली। मुख्य सचिव ने पर्यटन विभाग को पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं का विकास तेजी से शुरू करने को कहा। नदी और मंदिर परिसर के आसपास पर्यटन सुविधाओं को बेहतर बनाने पर ज़ोर दिया गया।
बैठक में सचिव पर्यटन, अपर सचिव लोक निर्माण विभाग, निदेशक वित्त, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक:
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों, एजेंसियों और जिलों द्वारा आपदा न्यूनीकरण के प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
मुख्य सचिव ने संबंधित पक्षों से कार्यों की व्यवहारिकता और आवश्यकता की जानकारी ली और सचिव आपदा प्रबंधन को समय पर और पर्याप्त धनराशि जारी करने के निर्देश दिए।
सभी जिलों और संबंधित पक्षों को तकनीकी समिति का सहयोग लेने और ज़रूरत पड़ने पर भौगोलिक अध्ययन कराने के निर्देश दिए गए। आपदा प्रबंधन के कार्यों में मितव्ययिता बरतने और समय पर तैयारी पूरी करने पर भी ज़ोर दिया गया. विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए मुख्य सचिव ने बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने को कहा ताकि काम तेजी से पूरे हों।
बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन, अपर सचिव, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग सहित अन्य अधिकारी और विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी वर्चुअली शामिल हुए।