पश्चिम एशिया की यात्रा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सोमवार को उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से अलग-अलग फोन पर बातचीत की। बाद में एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने उम्मीद जताई कि इस बातचीत से युद्धविराम का रास्ता निकलेगा। उन्होंने NATO देशों के नेताओं से भी बात की।
चुनावी वादे पर सवाल:
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप ने दावा किया था कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध रुक जाएगा। हालांकि, जनवरी में पदभार संभालने के बाद कई महीने बीत जाने के बावजूद युद्ध जारी है, जिससे ट्रंप की मध्यस्थता करने की छवि को धक्का लगा है।

यूक्रेन पर दबाव का आरोप:
कई लोगों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन यूक्रेन पर शांति वार्ता के लिए दबाव बना रहा है। यूक्रेन में पूर्व अमेरिकी राजदूत ब्रिजेट ब्रिंक ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी सरकार यूक्रेन पर दबाव डाल रही है और आक्रामक पक्ष का समर्थन करते हुए पीड़ित पक्ष को दबा रही है।
आगे की राह:
ट्रंप प्रशासन के इस दावे के बावजूद कि वह युद्धविराम के लिए प्रयासरत है, यह देखना बाकी है कि उनके प्रयास रंग लाते हैं या नहीं। युद्ध को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से लगातार कूटनीतिक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है।
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