ऊना, हिमाचल प्रदेश। जम्मू-कश्मीर में तैनात हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के दो जवान पाकिस्तानी गोलाबारी में घायल हो गए, जबकि एक जवान शहीद हो गया।
जम्मू के आरएस पुरा में तैनात बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर व्यास देव शनिवार रात ड्यूटी पर थे, तभी पाकिस्तानी गोलाबारी में उन्हें गंभीर चोटें आईं और उन्होंने अपना पैर खो दिया। उनका इलाज जम्मू के सैन्य अस्पताल में चल रहा है। हरोली के गांव बाथू निवासी व्यास देव इसी साल सेवानिवृत्त होने वाले थे।
भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट के जवान गुरनाम सिंह, जो ऊना के छेत्रा गांव के रहने वाले हैं, भी राजोरी में ड्यूटी के दौरान एक बम धमाके में घायल हो गए। उनके सिर में चोट आई है।
सूबेदार मेजर पवन कुमार शहीद
जम्मू के पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए सूबेदार मेजर पवन कुमार का रविवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शाहपुर के सिहोलपुरी स्थित उनके आवास पर उनकी पार्थिव देह पहुंचने पर लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। बरदाईं के श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनकी पत्नी ने पारंपरिक वेशभूषा में उन्हें सलामी दी और उनके बेटे अभिषेक ने मुखाग्नि दी। पवन कुमार दो महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे।

सेना की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और तीन राउंड फायरिंग कर उन्हें अंतिम विदाई दी। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, भाजपा और कांग्रेस नेताओं सहित हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। लोगों में पाकिस्तान के प्रति रोष और भारतीय सेना के प्रति सम्मान स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
शनिवार को पुंछ में सीमावर्ती क्षेत्र में पेट्रोलिंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से दागे गए तोप के गोले के छर्रे सूबेदार मेजर पवन के पेट में लगे थे। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी शहादत हो गई।
इस घटना ने सीमा पर तनाव की स्थिति को फिर से उजागर किया है और देश की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों के बलिदान को याद दिलाया है।
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