Punjab: पंजाब के पानी पर डाका नहीं डालने देंगे, मुख्यमंत्री मान का नंगल में धरना

नंगल (रूपनगर): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को नंगल में धरना दिया और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) द्वारा राज्य के पानी को हरियाणा में मोड़ने की कथित कोशिश को नाकाम कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है – एक सीमाओं की रक्षा के लिए पाकिस्तान के खिलाफ और दूसरा पानी बचाने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार के खिलाफ.

मान ने कहा कि अगर पंजाबी सीमाओं की रक्षा कर सकते हैं तो वे अपने पानी की रक्षा करने में भी सक्षम हैं. उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह ऐसे समय में राज्य के पानी पर “गंदी राजनीति” कर रही है जब देश को एकजुट होकर दुश्मन से लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक है कि जब पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई के तहत ब्लैकआउट के लिए सायरन बज रहे हैं, भाजपा पंजाब के साथ तुच्छ राजनीति कर रही है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी राज्य के पानी की चोरी करने की जल्दबाजी में हैं, जबकि हरियाणा पूरे साल 4000 क्यूसेक पानी का इस्तेमाल करता रहा है। उन्होंने सवाल किया कि क्या पंजाब को देश की सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए या अपने पानी की? मान ने कहा कि राज्य सरकार की सतर्कता के कारण BBMB और हरियाणा द्वारा पानी की “अवैध चोरी” को रोका गया.

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार BBMB और जल बंटवारे पर उच्च न्यायालय के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देगी. उन्होंने कहा कि पानी बचाने की लड़ाई राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तरों पर लड़ी जाएगी. मान ने BBMB अध्यक्ष पर राज्य के पानी को “अवैध रूप से लूटने” का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसी किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) मूल रूप से सतलुज और ब्यास नदियों के पानी के प्रबंधन के लिए स्थापित किया गया था, लेकिन वर्षों से पंजाब के पानी को BBMB के माध्यम से अन्य राज्यों में मोड़ा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस बोर्ड का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हितों के लिए कर रही है. उन्होंने कहा, “पंजाब से बिना सलाह किए आधी रात को बैठकें बुलाई जा रही हैं और दूसरे राज्यों के दबाव में पंजाब के हक का पानी छीना जा रहा है।”

मुख्यमंत्री ने BBMB को एक “सफेद हाथी” बताते हुए इसके पुनर्गठन की मांग की. उन्होंने कहा कि यह अपने वर्तमान स्वरूप में “बेकार और अस्वीकार्य” है। मान ने कहा कि यह विडंबना है कि दूसरे राज्यों के कर्मचारियों को राज्य के खजाने से वेतन दिया जाता है और वे केवल पंजाब के हितों को नुकसान पहुँचाते हैं।

मुख्यमंत्री ने “ऑपरेशन सिंदूर” की सराहना करते हुए कहा कि यह पाकिस्तान द्वारा PoK में चलाए जा रहे आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने का एक सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान द्वारा संचालित आतंकवादी केंद्रों को नष्ट कर दिया है, वहीं दूसरी ओर सीमा पार से गोलाबारी के दौरान हमारे धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. मान ने कहा कि पंजाबी देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने राज्य के खिलाफ “पंजाब विरोधी” रुख अपनाया है जो सही नहीं है.

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और बरिंदर कुमार गोयल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे.

 

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