देहरादून: दून पुलिस ने मिलावटखोरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 720 किलो नकली पनीर बरामद किया है और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह नकली पनीर चारधाम यात्रा मार्ग के ढाबों पर बेचा जाना था। पुलिस की प्रारंभिक जाँच के बाद सहारनपुर में एक फैक्ट्री पर छापा मारा गया, जहाँ से 16 क्विंटल नकली पनीर और बनाने की सामग्री बरामद हुई, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। आरोपियों के खिलाफ रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सहारनपुर से नकली पनीर की एक बड़ी खेप देहरादून लाई जा रही है, जिसे चारधाम यात्रा मार्ग के ढाबों पर बेचा जाना था। इस सूचना पर रायपुर थाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने अपर ईश्वर विहार स्थित एक दुकान के गोदाम पर छापा मारा, जहाँ से 720 किलो पनीर बरामद हुआ। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके पर ही पनीर की जाँच की और उसे नकली पाया। दुकान मालिक अब्दुल मन्नान और वाहन चालक आरिफ को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह पनीर उन्हें मनोज, नरेंद्र चौधरी और शाहरुख ने सहारनपुर के कासमपुर स्थित एक अवैध फैक्ट्री से दिया था। यह फैक्ट्री तीनों आरोपी मिलकर चलाते थे।
पुलिस ने सहारनपुर के मंडलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग के साथ मिलकर कासमपुर स्थित फैक्ट्री पर छापा मारा, जहाँ से 16 क्विंटल नकली पनीर और निर्माण सामग्री बरामद हुई। फैक्ट्री को सील कर दिया गया और नकली पनीर को नष्ट कर दिया गया। बाद में मनोज, शाहरुख और नरेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
नकली पनीर का नेटवर्क:
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नरेंद्र: सेलाकुई में डेयरी चलाता है और आसपास के क्षेत्रों में नकली पनीर सप्लाई करता था।
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मनोज: हरबर्टपुर में मोबाइल की दुकान चलाता है और विकासनगर व चकराता में नकली पनीर बेचता था।
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शाहरुख: तीनों मिलकर इस अवैध कारोबार को अंजाम देते थे।
चारधाम यात्रा के दौरान पनीर की मांग को देखते हुए आरोपियों ने बड़े पैमाने पर नकली पनीर तैयार किया था। मनोज ने कुछ दिन पहले ही चकराता में 20 किलो नकली पनीर बेचा था, जिसे पुलिस ने बरामद कर नष्ट करवा दिया।
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