नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2024-25 सीज़न के लिए भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा कर दी है। इस सूची में कुल 34 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिन्हें चार श्रेणियों – ए+, ए, बी और सी में विभाजित किया गया है। रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को सर्वोच्च ए+ श्रेणी में बरकरार रखा गया है, जबकि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन ने इस सूची में वापसी की है।
चार श्रेणियां, अलग-अलग वेतनमान
बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध चार श्रेणियों में विभाजित हैं, प्रत्येक का अपना वेतनमान है:
-
ए+ श्रेणी: 7 करोड़ रुपये वार्षिक
-
ए श्रेणी: 5 करोड़ रुपये वार्षिक
-
बी श्रेणी: 3 करोड़ रुपये वार्षिक
-
सी श्रेणी: 1 करोड़ रुपये वार्षिक
ए+ श्रेणी में बरकरार रहे दिग्गज
रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को ए+ श्रेणी में बरकरार रखा गया है। यह ध्यान देने योग्य है कि रोहित और विराट ने पिछले वर्ष टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, फिर भी उन्हें इस श्रेणी में रखा गया है। परंपरागत रूप से, ए+ श्रेणी में उन खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है जो तीनों प्रारूपों में खेलते हैं, लेकिन इन दोनों दिग्गजों के अनुभव और योगदान को देखते हुए बीसीसीआई ने यह फैसला लिया है। बुमराह चोट के कारण लंबे समय से क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन उनकी वापसी की उम्मीद के साथ उन्हें भी इसी श्रेणी में रखा गया है। जडेजा तीनों प्रारूपों में टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने हुए हैं।
श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी
श्रेयस अय्यर और ईशान किशन, जिन्हें पिछले साल केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया था, ने इस साल प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर वापसी की है। श्रेयस ने हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था, जबकि ईशान ने भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया है। पिछले साल दोनों खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट के प्रति उदासीन रवैये के कारण अनुबंध से बाहर कर दिया गया था, लेकिन इस साल उनके प्रदर्शन और प्रतिबद्धता ने उन्हें फिर से इस सूची में जगह दिलाई है।
ए श्रेणी में युवा प्रतिभाओं का दबदबा
मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत को ए श्रेणी में रखा गया है। सिराज ने हाल के वर्षों में अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है और टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज बनकर उभरे हैं। राहुल और गिल भारतीय बल्लेबाजी क्रम के महत्वपूर्ण अंग हैं। पंड्या टीम के हरफनमौला खिलाड़ी के तौर पर अहम भूमिका निभाते हैं। शमी अपने अनुभव और घातक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। पंत एक गंभीर दुर्घटना के बाद वापसी की राह पर हैं और उनके जल्द ही मैदान पर लौटने की उम्मीद है।
बी और सी श्रेणी: भविष्य के सितारे
बी श्रेणी में सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जयसवाल और श्रेयस अय्यर को शामिल किया गया है। सूर्यकुमार यादव अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, जबकि कुलदीप यादव ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से टीम में वापसी की है। अक्षर पटेल एक उपयोगी ऑलराउंडर हैं। युवा बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने भी हालिया प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
सी श्रेणी में 19 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनमें रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरैल, सरफराज खान, नीतीश कुमार रेड्डी, ईशान किशन, अभिषेक शर्मा, आकाशदीप, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा शामिल हैं। इनमें से कई खिलाड़ी युवा प्रतिभाएं हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है और भविष्य में भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने की कोशिश में हैं।
नए चेहरे
नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, अभिषेक शर्मा और वरुण चक्रवर्ती को पहली बार बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध में जगह मिली है, जो उनके प्रदर्शन और क्षमता को दर्शाता है। ये सभी खिलाड़ी सी श्रेणी में शामिल किए गए हैं।
केंद्रीय अनुबंध का महत्व
बीसीसीआई का केंद्रीय अनुबंध खिलाड़ियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है और उन्हें अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। यह अनुबंध खिलाड़ियों के प्रदर्शन और योगदान के आधार पर दिया जाता है और भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है। यह सूची भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा को भी इंगित करती है, जिसमें युवा प्रतिभाओं को मौका दिया जा रहा है और अनुभवी खिलाड़ियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है.
Pls read:Cricket: सहायक कोच समेत तीन सपोर्ट स्टाफ बाहर, केंद्रीय अनुबंध में भी बदलाव के संकेत