Uttarakhand: उपनल कर्मचारियों को जल्द मिलेगा नियमितीकरण का तोहफा – मुख्यमंत्री धामी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून में उपनल कर्मचारी महासंघ द्वारा आयोजित धन्यवाद और अभिनंदन समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही एक ठोस और प्रभावी नीति बनाकर उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू करेगी। यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से और एक निश्चित समय सीमा के अंदर पूरी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे उपनल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उनके आत्मसम्मान में वृद्धि होगी।

जनता का आभार:

मुख्यमंत्री ने उपनल कर्मचारियों द्वारा किए गए अभिनंदन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि इस सम्मान की असली हकदार प्रदेश की जनता है जिन्होंने उन्हें सेवा का अवसर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि धरने के दौरान उपनल कर्मचारियों पर दर्ज हुए मुकदमों की समीक्षा की जाएगी।

पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए घोषणाएं:

मुख्यमंत्री ने वीरांगनाओं और पूर्व सैनिकों की बेटियों को ‘ड्रोन दीदी’ योजना के तहत ड्रोन प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने की बात कही। साथ ही, 60 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को इस वर्ष से मुफ्त बद्रीनाथ यात्रा कराने की घोषणा भी की।

सरकार के अन्य महत्वपूर्ण फैसले:

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जो कहती है वो करती है। उन्होंने महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण, राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, समान नागरिक संहिता लागू करने और सख्त भू-कानून जैसे कई जनहितैषी फैसलों का जिक्र किया।

पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध:

एक फौजी के बेटे होने के नाते मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों की समस्याओं को समझने की बात कही। उन्होंने बताया कि सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उपनल कर्मचारियों को मिलने वाला प्रोत्साहन भत्ता अब हर महीने दिया जा रहा है। शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई है, और परमवीर चक्र विजेताओं के लिए प्रोत्साहन राशि को 50 लाख से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये किया गया है। देहरादून में शहीदों की स्मृति में एक भव्य सैन्य धाम का निर्माण भी किया जा रहा है।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी बताया:

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार ने उपनल कर्मचारियों के हित में कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। उपनल कर्मचारियों की मृत्यु पर मिलने वाली राशि 15 हजार से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दी गई है। उपनल कर्मचारी की बेटी की शादी के लिए अब 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

इस अवसर पर एम.डी. ब्रिगेडियर जे.एन बिष्ट, उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद, सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

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