शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। वीरवार को कुंजुम, बारालाचा और रोहतांग दर्रे जैसी ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई, जबकि शिमला, सिरमौर और मंडी जिलों में ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है।
शिमला और आसपास के क्षेत्रों जैसे चौपाल, ठियोग, जुब्बल और रोहड़ू में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। मंडी जिले के सराज, गोहर, नाचन और द्रंग के ऊपरी इलाकों में ओलावृष्टि से सेब के फूलों को नुकसान पहुंचा है। सराज में 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई, जिससे सेब और मटर जैसी नकदी फसलों को नुकसान हुआ और सेब के फूल झड़ गए। कुल्लू की उझी घाटी में भी ओलावृष्टि से सेब, प्लम और अन्य फलों के फूल झड़ गए। सिरमौर जिले के शिलाई विधानसभा क्षेत्र में भी ओलावृष्टि हुई। मैदानी इलाकों में गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट:
मौसम विभाग ने 11 अप्रैल को कांगड़ा और कुल्लू में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और ओलावृष्टि के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। किन्नौर, हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर को छोड़कर अन्य जिलों में आंधी और बिजली गिरने के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 11 और 12 अप्रैल को व्यापक बारिश और ओलावृष्टि और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
तापमान में गिरावट:
बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मंडी में 5 मिलीमीटर और शिमला में 3 मिलीमीटर बारिश हुई। केलंग में अधिकतम तापमान में 4.5 डिग्री, भरमौर में 3.5 डिग्री, कल्पा में 2.4 डिग्री और कुल्लू के सेऊबाग में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। ऊना में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री दर्ज किया गया। कुल्लू के सेऊबाग में न्यूनतम तापमान में 2.7 डिग्री और देहरा गोपीपुर में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।