उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर सकें। चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि वे स्वयं यात्रा तैयारियों के संबंध में प्रशासन के साथ तीसरी बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा के शुरुआती दिनों में संचालन थोड़ा कठिन होता है, इसलिए परिवहन, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएंगे।
देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में उत्तराखंड सेवा समिति द्वारा आयोजित सुंदरकांड पाठ में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से वहां पुनर्निर्माण और नवनिर्माण का कार्य निरंतर जारी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष केदार घाटी में आई आपदा में कई जगह सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए थे, लेकिन सरकार की सतर्कता से सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहे। उन्होंने बताया कि 35 दिनों के अथक प्रयास के बाद यात्रा को पुनः शुरू किया गया था।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस वर्ष अब तक चारधाम यात्रा के लिए लगभग 25 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की यात्रा समाप्त होते ही इस वर्ष की यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गई थीं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से इस वर्ष से शीतकालीन चारधाम यात्रा भी शुरू की गई है। अब उत्तराखंड में 12 महीने चारधाम यात्रा संचालित होगी, जिससे राज्य की संस्कृति, पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
इस कार्यक्रम में टपकेश्वर महादेव मंदिर समिति, उत्तराखंड सेवा समिति के पदाधिकारी, साधु-संत और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।