अहमदाबाद में मंगलवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में पार्टी आलाकमान ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति पर गहन मंथन किया और संगठनात्मक सुधारों पर विशेष जोर दिया गया। बैठक में जिला इकाइयों को अधिक अधिकार देने जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों पर भी विचार-विमर्श किया गया। इसी दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ज़ोर देकर कहा कि विपक्ष भारत के लोगों के अधिकारों और उनके कल्याण के लिए लड़ने हेतु ‘लोकतांत्रिक संस्थाओं’ का उपयोग निरंतर करता रहेगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) का सत्र मंगलवार को अहमदाबाद में आयोजित किया गया। इससे पूर्व, सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था CWC की इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी की भावी रूपरेखा, प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दों, संगठनात्मक मजबूती और आगामी चुनावों की तैयारियों पर व्यापक चर्चा की।
बैठक में प्रमुख मुद्दों पर चर्चा:
सूत्रों के अनुसार, CWC की बैठक में AICC सत्र में पारित किए जाने वाले प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, जिला कांग्रेस समितियों को अधिक अधिकार संपन्न बनाने के निर्णय पर भी चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त, पार्टी संगठनात्मक सुधारों के लिए कई उपायों पर भी निर्णय ले सकती है। इस संबंध में पार्टी प्रमुख ने हाल की कई बैठकों में संकेत भी दिए हैं।
डीसीसी प्रमुखों की बैठक के तुरंत बाद CWC की बैठक:
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी ने हाल ही में दिल्ली में डीसीसी प्रमुखों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने उनके विचारों को जाना। इस बैठक के तुरंत बाद अहमदाबाद में सीडब्ल्यूसी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान पार्टी ने इस वर्ष और अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा की और उसे अंतिम रूप दिया।
बैठक में उपस्थित प्रमुख नेता:
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लगभग 170 नेता शामिल हुए। बैठक में केसी वेणुगोपाल, कमल नाथ, भूपेश बघेल, मुकुल वासनिक, अजय माकन, अशोक गहलोत, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, रेवंत रेड्डी, सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के अलावा गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्ति सिंह गोहिल और अन्य पीसीसी प्रमुख भी उपस्थित रहे।
राहुल गांधी का बयान:
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व वाली स्थायी समितियों द्वारा दिए गए सुझावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी, दिग्विजय सिंह, डॉ. शशि थरूर की अध्यक्षता वाली समितियों द्वारा दिए गए सुझावों के कुछ उदाहरण भी प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष में रहते हुए भी हम भारत के लोगों के अधिकारों और कल्याण के लिए लड़ने के लिए हर लोकतांत्रिक संस्थाओं का उपयोग करना जारी रखेंगे।’
इस प्रकार, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी ने आगामी चुनावों की रणनीति और संगठनात्मक सुधारों पर गहन मंथन किया। जिला इकाइयों को अधिक अधिकार देने जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों पर विचार-विमर्श किया गया। राहुल गांधी ने भी लोगों के अधिकारों और कल्याण के लिए लड़ने हेतु लोकतांत्रिक संस्थाओं के उपयोग पर ज़ोर दिया। यह बैठक पार्टी के लिए आगामी चुनावों की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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